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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पटना-सारण-भोजपुर एवं बक्सर जिलों के महत्वपूर्ण पथ एवं पुल निर्माण की योजनाओं का एरियल सर्वे किया। एरियल सर्वे के क्रम में मुख्यमंत्री ने पटना से बिहटा तक प्रस्तावित फोर लेन एलिवेटेड रोड के एलायनमेंट का मुआयना भी किया। इसके उपरान्त सोन नदी पर छह लेन पुल की प्रगति को भी देखा गया। इसी क्रम में वीर कुॅवर सिंह सेतु (आरा से छपरा) का एरियल सर्वे किया गया। साथ ही आरा-बक्सर फोर लेन पथ एवं बक्सर में गंगा नदी पर नये पुल के कार्य का भी एरियल सर्वेक्षण किया गया। गौरतलब है कि एनएचएआई द्वारा पटना-बक्सर फोर लेन रोड का निर्माण कराया जा रहा है। इस सड़क की कुल लंबाई 125 किलोमीटर है, जिसमें सोन नदी पर कोईलवर में छह लेन का पुल तथा बक्सर में गंगा नदी पर दो लेन का नया पुल बनाया जाना है। एनएचएआई द्वारा इस पथ के निर्माण हेतु तीन पैकेज में कार्य आवंटित किये गये थे। दानापुर से बिहटा तक एलिवेटेड रोड बनाया जाना है। मुख्यमंत्री को जानकारी दी गयी कि राज्य सरकार द्वारा भू-अर्जन किया जा रहा है, इसमें कुल 85 एकड़ अतिरिक्त भूमि अर्जित किया जाना है। उस पर एलिवेटेड पथ का निर्माण एनएचएआई द्वारा किया जाना है, जिसके लिये डीपीआर कंसलटेंट की नियुक्ति प्रक्रियाधीन है। पैकेज संख्या- 2 के तहत परेब गाॅव से प्रारंभ होकर सोन नदी पार करते हुये कोइलवर-कायमनगर-आरा का उतरी बाइपास-बिहिंया बाइपास होते हुये शाहपुर तक जाता है। इसकी कुल लंबाई 43.08 किलोमीटर है एवं इसकी निर्माण लागत 825 करोड़ रूपये है एवं भू-अर्जन की लागत लगभग 400 करोड़ रूपये है। इस पैकेज में सोन नदी पर छह लेन पुल का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसके जुलाई 2019 तक पूर्ण होने की संभावना है। पथांष में लगभग 5 किलोमीटर में फोर लेन सीमेंटेड सड़क बन चुकी है। शेष में कार्य तेज गति से चल रहा है। पैकेज संख्या- 3 के तहत शाहपुर से आरंभ होकर बक्सर से होते हुये उतर प्रदेश-बिहार बॉर्डर तक कुल 48 किलोमीटर लंबाई का पथ है, जिसकी कुल निर्माण लागत 681 करोड़ रूपये है एवं भू-अर्जन लागत लगभग 800 करोड़ रूपये है। गंगा नदी पर पुल निर्माण का कार्य भी प्रारंभ हो चुका है। पैकेज-2 एवं पैकेज- 3 का कार्य अक्टूबर 2020 तक पूर्ण होने की संभावना है। इस संबंध में एनएचएआई को कार्य की गति को और तेज करने को कहा गया।
आरा-छपरा पुल की लंबाई चार किलोमीटर है, जिसकी कुल लागत 886 करोड़ रूपये है। छोटी गंगा पर एक अतिरिक्त चार सौ मीटर का पुल बनाया गया है। कोइलवर की तरफ 13 किलोमीटर का पहुॅच पथ एवं डोरीगंज की तरफ एक किलोमीटर का पहुॅच पथ है। यह पुल चालू है। सर्वेक्षण के क्रम में जानकारी मिली कि इस पुल पर बालू लदे ट्रकों का व्यापक आवागमन हो रहा है। प्रतिदिन पुल पर हजारों ट्रक खड़े रहते हैं, जिसके कारण पुल पर डेड लोड अधिकाधिक हो रहा है। लंबे समय पर स्टैटिक लोड रहने पर पुल की संरचना को खतरा हो सकता है। अतः पुल पर ट्रक खड़े न रहें, इस व्यवस्था पर विचार करने को कहा गया है। छपरा शहर के उतरी बाइपास को बनाया जा रहा है, जिसमें तीन आरओबी का निर्माण कार्य चल रहा है। सर्वेक्षण के क्रम में जानकारी मिली कि निर्माण कार्य की गति धीमी है। एनएचएआई के स्तर से तेजी होने पर लगभग दो माह में कार्य करने पर बल दिया गया। इन सभी संरचनाओं के बन जाने से जीटी रोड पर डेहरी ऑन सोन से नासरीगंज होते हुये सहार-सकड्डी-डोरीगंज छपरा होते हुये छपरा-मोहम्मदपुर पथ के जरिये ईस्ट- बेस्ट काॅरिडोर तक सीधा सम्पर्क मिल जायेगा। सर्वेक्षण के क्रम में पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, मुख्य सचिव दीपक कुमार, प्रधान सचिव पथ निर्माण अमृत लाल मीणा एवं मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार उपस्थित थे।