
बिहार ब्रेकिंग-सिटीजन जर्नलिस्ट(आर के दीपक)

बिहार के ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति का वर्षों से इंतज़ार कर रहे मृतक कर्मियों के आश्रितों का धरना प्रदर्शन आज 37वें दिन भी जारी रहा। वे ‘अनुकंपा समिति की बैठक जल्द हो’ के नारे लगा रहे थे। धरना की अध्यक्षता अनुकंपा पाल्य अनिल पासवान ने की और धरना को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन युवा महोत्सव के कार्यक्रम में इतना व्यस्त हैं कि इतने कड़ाके की ठंढ में पिछले 37 दिन से रोड पर ठिठुरते अनुकम्पा पाल्य के लिए उनके पास थोड़ी भी दया नहीं बची है। विश्वविद्यालय प्रशासन के इस कठोर रवैये से अनुकम्पा पाल्यों में काफी रोष है, और हम सभी पाल्य इस रवैये से बहुत आहत हुए हैं। सभी पाल्यों ने मिलकर सामूहिक निर्णय लिया है कि जब तक जल्द से जल्द अनुकम्पा समिति की बैठक बुलाकर हमें लिखित आश्वासन नहीं दिया जाता है तब तक सभी अनुकम्पा पाल्य संगठित और अडिग होकर धरना जारी रखेंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन के कठोर रवैये को देखते हुए सभी अनुकम्पा पाल्यों में काफी आक्रोश व्याप्त है। सभी पाल्य ने सामूहिक निर्णय लिया है कि अगर विश्विविद्यालय प्रशासन इसी तरह अनदेखी करती रहेगी तो इस आंदोलन को उग्र करने की ओर रुख करेंगे और विश्विविद्यालय की ईंट से ईंट बजा देंगे। धरना दे रहे व्यक्तियों में राम धनुष पासवान, अंकित कुमार कामती, चेतकर झा, शुभंकर कामत, गौरव विकाश, रणधीर मंडल, लाल बाबू दास, अनिल कुमार, अजीत कुमार, जितेंद्र झा, अंकित कुमार कमती, शक्तिनाथ झा, राघव कुमार दीपक, विजय यादव, कारण कुमार राम, अनिल पासवान, सुजीत सिंह, अमित सिंह, कुमार अमित, राजीव झा, अमित मिश्रा, संजीव कुमार, प्रीतम कुमार, मनीष कुमार भगत, शाहनवाज अंसारी, राजाराम झा, उमेश शाह, मुन्नू कुमार, यमुना राम और सभी अनुकंपा पाल्य और उनके परिवारजन शामिल रहे।