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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को नवादा जिले के वारिसलीगंज (वासोचक) में 54.19 करोड़ रुपये की लागत वाली बिहार स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड के 132/33 के0वी0 ग्रिड उपकेंद्र एवं संबद्ध संचरण लाईन योजना का उद्घाटन शिलापट्ट का अनावरण कर किया। इसके पश्चात रिबन काटकर नियंत्रण भवन का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री ने स्विच गियर कक्ष और नियंत्रण एवं रिले कक्ष का मुआयना कर ऊर्जा विभाग के अधिकारियों से पूरी जानकारी ली। बिहार साउथ पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड के अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन के जरिये वारिसलीगंज (वासोचक) ग्रिड उप केंद्र से होने वाले फायदे एवं पूरे बिहार में निमि र्त एवं निर्माणाधीन ग्रिड सब स्टेशन की वर्तमान वस्तु स्थिति से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। गौरतलब है कि इस ग्रिड सब स्टेशन के कार्यशील होने से सभी 7 शक्ति उपकेंद्रों (रोह, कौआकोल, पकरीबरावॉ, काशीचक, माया बिगहा, कचना एवं वारिसलीगंज) पर एक साथ विद्युत आपूर्ति बाधित नहीं होगी। उर्जा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रेजेंटेशन के क्रम में मुख्यमंत्री को बताया कि वारिसलीगंज ग्रिड सब स्टेशन के शुरू होने से वोल्टेज इम्प्रूव कर गया है, जिससे अब आसपास के क्षेत्रों में लो वोल्टेज की समस्या दूर होगी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2005 में पूरे बिहार में 45 ग्रिड सब स्टेशन थे, जिनकी संख्या अब बढ़कर 142 हो गयी है और आवश्यकता के अनुरूप वर्ष 2022 तक इसकी संख्या बढ़कर 170 हो जाएगी।
मुख्यमंत्री ने वारिसलीगंज (वासोचक) ग्रिड सब स्टेशन प्रांगण में बिहार शताब्दी निजी नलकूप योजना (लघु जल संसाधन), जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, जिला उद्यान कार्यालय, जिला स्वास्थ्य समिति, समेंकित बाल विकास परियोजना सेवाएं (जिला प्रोग्राम कार्यालय विभाग), जिला परियोजना समन्यवन इकाई (जीविका), जिला आपूर्ति कार्यालय, लोक शिकायत निवारण कार्यालय, जिला परिवहन विभाग और नवादा जिले के दर्शनीय स्थल से संबंधित लगी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी अवलोकन के क्रम में मुख्यमंत्री ने पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के अधिकारियों को आगेर्निक फर्टिलाइजर को अधिक से अधिक प्रचारित करने का निर्देश दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि गव्य विकास योजना का लाभ लोगों को प्रदान करें क्योंकि गोबर से ऑगेर्निक फर्टिलाइजर और गोमूत्र से पेस्टिसाइड बनते हैं। इसके उपयोग से उपज में वृद्धि होती है। उन्होंने कहा कि बिहार में खाद की कम उपयोगिता है, यह अच्छी बात है। हमलोगों ने ऑगेर्निक फार्मिंग को अनेक जगहों पर प्रोमोट किया है और इसी साल से ऑगेर्निक फार्मिंग के जरिये सब्जी उत्पादित करने वाले किसानों को मदद देनी शुरू की है। सब्जी के बाद ऑगेर्निक फार्मिंग को विस्तारित कर अन्य फसलों के लिये भी लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऑगेर्निक फार्मिंग के जरिये उत्पादित होने वाली फसल की कीमत ज्यादा होती है। अवलोकन के क्रम में मुख्यमंत्री ने किसानों के बीच कृषि (सिंचाई) हेतु विद्युत कनेक्शन वितरित किया। इसके बाद बिहार शताब्दी निजी नलकूप योजना, मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन, गव्य विकास योजना एवं मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना का अनुदानित दर पर लाभुकों को उपलब्ध होने वाले लाभ से संबंधित चेक प्रदान किया।इसके अलावा स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, कुशल युवा कार्यक्रम एवं स्वयं सहायता के तहत चयनित लाभार्थियों को मुख्यमंत्री ने चेक/प्रमाण-पत्र प्रदान किया। आयुष्मान भारत के तहत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से संबंधित पॉच लाभुकों को मुख्यमंत्री ने गोल्डन कार्ड एवं चार महिलाओं को जन वितरण प्रणाली का लाइसेंस प्रदान किया। जिला लोक शिकायत नवादा द्वारा तैयार की गई ‘निवारण’ पत्रिका का मुख्यमंत्री ने लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने दो लोगों को बेटी बचाओ, बेटी पढाओ की दिशा में उत्कृष्ट कार्य के लिए बधाई दी।
वारिसलीगंज ग्रिड सब स्टेशन का उद्घाटन करने के बाद नवादा जिले के गिरियक प्रखंड के पहलौवा पंचायत स्थित पुरैनी ग्राम में कृषि (सिंचाई) के लिए लगे अलग ट्रांसफॉर्मर का निरीक्षण कर मुख्यमंत्री ने उसके माध्यम से किसानों को उपलब्ध करायी जा रही बिजली से संबंधित जानकारी ऊर्जा विभाग के अधिकारियों से ली। इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, विधान पार्षद सलमान रागीव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, वरीय अधिकारीगण, ऊर्जा विभाग के अभियंतागण एवं स्थानीय लोग उपस्थित थे।