सेंट्रल डेस्कः हरियाणा में पिछले 7 दिनों से मानसून पूरी तरह सक्रिय है। बारिश की कमी अब महज 7 फीसदी रह गई है और अगले 24 घंटे में यह और धुल सकती है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 14.3 एमएम बारिश हुई है, जो सामान्य से 147 फीसदी अधिक है। अब 13 जिलों में सामान्य से बरसात हुई है, जबकि 8 जिलों में कम बारिश हुई है। 1 जून से 26 जुलाई तक प्रदेश में 169.3 एमएम बरसात हुई है, जबकि सामान्य बरसात इस अवधि में 182.8 एमएम होती है। कुल मिलाकर हरियाणा में अब बरसात सामान्य की श्रेणी में आ चुकी है। दूसरी ओर घग्गर भी उफान पर है। अभी प्रदेश में करीब 1.66 लाख हेक्टेयर में खरीफ बिजाई होनी बाकी है। ऐसा माना जा रहा है कि 31 जुलाई तक किसान प्रदेश में फसलों की बिजाई पूरी कर लेंगे।सिंचाई विभाग के इंजीनियर इन चीफ बीरेंद्र के अनुसार गुरुवार को हथनीकुंड बैराज से 1.90 लाख क्यूसिक पानी छोड़ा गया। अगले 24 घंटे में इसके और बढ़ने की संभावना कम है, क्योंकि पहाड़ों में बरसात कम हो गई है। घटकर 1.25 लाख क्यूसिक तक आने की संभावना बन सकती है। इधर, भाखड़ा डैम में जल स्तर में अभी भी 70 फीट की कमी बनी हुई है। अभी इनफ्लो 49 हजार क्यूसिक, आउटफ्लो 18 से 20 हजार क्यूसिक है। हरियाणा के पानीपत में सामान्य से 56 व पंचकूला में 57 फीसदी तक कम बरसात हुई है। महेंद्रगढ़ में सामान्य से 45 फीसदी अधिक व मेवात में 41 फीसदी अधिक बरसात हुई है। करनाल में सामान्य से 40 फीसदी अधिक बरसात हुई है। पंजाब में सामान्य से 13 फीसदी अधिक बरसात हो चुकी है।