रिपोर्ट- मो.अंजुम आलम,जमुई (बिहार)
जमुई: अपनी नबालिग बेटी इंदु कुमारी की तलाश में पीड़ित पिता अर्जुन पाल और माँ ललिता देवी थाना का चक्कर लगाते-लगाते जब थक गई तो वो एसपी साहब के पास एक नहीं दो बार जनता दरबार में इंसाफ के लिए पहुँची थी लेकिन वहाँ से भी केवल आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला।ललिता देवी ने बताई की जब थाना और एसपी के जनता दरबार से भी इंसाफ नहीं मिला तो पीड़िता ने इंसाफ की गुहार लगाते हुए आवेदन की प्रति सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,प्रधान सचिव,पुलिस महानिदेशक,पुलिस महानिरीक्षक भागलपुर,पुलिस उपमहानिरीक्षक मुंगेर,आयुक्त मुंगेर के साथ जमुई के जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार के पास भेजा।
02 अक्टूबर को इंदु का किया गया था अपहरण
बताते चलें कि घटना 02 आक्टूबर की है।जब इंदु बाजार से अपने घर लौट रही थी तभी एकलव्य कॉलेज के समीप सफेद रंग की बोलेरो वाहन लिए पहले से घात लगाए विजय साह,रॉबिन साह,रवि कुमार साह,राजन कुमार साह और रवि कुमार पंडित ने इंदु को जबरन बोलेरो में बैठा कर लेकर चलते बने।जबकि इंदु के साथ उसके भाई रूपेश कुमार को भी बोलेरो में बैठाना चाहा लेकिन किसी तरह रूपेश वहां से भाग निकला और सारी कहानी परिजनों को बताई।तब परिजनों द्वारा सदर थाना में सभी आरोपियों पर नामजद एफआईआर किया गया।
एसपी जगुनाथरेड्डी रेड्डी ने बताया कि पीड़ित द्वारा आवेदन दिया गया था।जांच के लिए थाना प्रभारी को सौंप दिया गया है।इस मामले में अनुसंधान किया जा है।जल्द ही गायब नाबालिग को बरामद कर लिया जाएगा।