मो.अंजुम आलम,जमुई (बिहार)
जमुई: अगवा नाबालिग की बहन आरती कुमारी द्वारा जब अपनी बहन के अगवा करने का भेद व आरोपियों के बारे में अपने परिजनों को बताई तो आरोपियों द्वारा तलवार से वार कर आरती कुमारी को गंभीर रूप से जख्मी कर दिया।पिटाई के बाद घायल अवस्था मे सदर अस्पताल पहुंची सदर थाना क्षेत्र के बोधवन तालाब स्थित बोरार गांव निवासी बालेश्वर पाल की पुत्री आरती कुमारी ने बताई की उसके पड़ोसी उपेंद्र पंडित के पुत्र रवि कुमार पंडित फोन कर ब्लैकमेल करता था।और जब आरती इसका विरोध करती थी तो रवि उसके माता और पिता को जान से मारने की धमकी भी देता था।इतना ही नहीं दो महीना पहले गायब हुई उसकी नबालिग चचेरी बहन इंदु कुमारी को वापस लाने की बात कहते हुए ब्लैकमेल करता था।और इस बात को किसी दूसरे के पास शेयर करने पर परिजन को जान से मारने की धमकी देते हुए उसे भी इंदु की तरह गायब करने की बात करता था।
गायब बहन को छोड़ने की बात कह कर रवि ने आरती से लिया था 80 हज़ार रुपया व दो भर सोना
आगे आरती ने बताई की दो महीने से गयाब उसकी बहन इंदु को वापस लाने के लिए आरोपी रवि ने धीरे-धीरे कर 80 हज़ार रुपए व दो भर सोना भी ले लिया।जिसे आरती ने परिजनों से छुपा कर रवि को दिया था।पैसा देने के बाद रवि ने बताया कि दो दिनों में बहन को वापस लेकर आ जाएंगे।आरती ने बताई की हमेशा दो दिन,दो दिन बोलकर पैसा लेते रहा और पूछे जाने पर रवि कहता था कि कभी इंदु मधुपुर में है तो कभी देवघर में है।पैसा देने के बावजूद लड़की को रवि ने जब नहीं लौटाया तो धीरे-धीरे आरती ने सारी बात अपने परिजनों को बता दी।
ब्लैकमेल कर आरती को रवि लेकर जाता था दरगाह,
अपनी बातें मनवाने को देता था दबाव।
आगे आरती ने बताई की फोन से बात कर रवि इतना डराता था कि उसकी बातों पर जो कहता था उसे करना पड़ता था।कई बार रवि आरती को लेकर ओझा-गुनी के पास भी गया।और साथ ही पतौना स्थित आंजन नदी की तट पर अवस्थित दरगाह पर ले जाकर जबरन पूजा करने को कहता और फिर वापस घर आता था।रवि पूरी तरह आरती को अपने कब्जे में ले रखा था।यह सिलसिला उसकी नाबालिग बहन के गायब होने के बाद शुरू हुई थी
परिजनों ने पकड़ा था आरती को रवि से बात करते
मोबाइल में कॉल भी हुई थी रिकॉर्ड
मामले का खुलासा उस वक़्त हुआ जब दो दिन पहले परिजनों ने आरती को रवि से फोन पर बात करते पकड़ा था।लेकिन फिर भी आरती ने डर से परिजनों को वो सारी बातें बताने से इनकार कर दी।उसके बाद परिजनों को फोन में सुरक्षित हुए रिकॉर्डिंग के जरिए जब पता चला तो आरती ने डरते हुए सारी बात अपने परिजनों को बताई।इसकी भनक रवि को लग गई कि आरती ने सारा राज खोल दिया है तब रवि ने जान से मारने की नीयत से आरती पर तलवार से वार कर दिया।लेकिन आरती तलवार की वार से बाल-बाल बच गई और सारी वारदात मीडिया कर्मी को घायल अवस्था मे बताई।