बिहार ब्रेकिंग-रजनीश सिंह-मधेपुरा
बीते 6 माह से अधिक समय से अफगानिस्तान में गायब बिजली कंपनी के मजदुर मंटू सिंह सहित अन्य सात भारतीय मजदूरों का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है। ज्यों-ज्यों समय बीतता जा रहा है परिवार वालों का दुःख और बढ़ता जा रहा है। बताया जाता है कि अफगानिस्तान में बीते 6 मई को अगवा हुए 7 भारतीय मजदूरों में एक मंटू सिंह भी है। यह मधेपुरा जिले के चौसा थाना क्षेत्र के लौवालगान का रहने वाला है। मंटू अफगानिस्तान में बिजली ट्रांसमिशन से जुड़े भारतीय कंपनी आरपीजी ग्रुप में काम करता था। बीते 6 मई को अफगानिस्तान के बागलान से उसका और उसके 6 साथियों का हथियारबंद आतंकियों ने अपहरण कर लिया। एक माह तक तो कंपनी वाले उसके सकुशल होने का आश्वासन देते रहे लेकिन एक माह बाद परिजनों का सब्र जबाव दे गया।
परिजन स्थानीय प्रशासन, विधायक, सांसद सभी से मिले लेकिन कुछ हासिल नही हुआ। जून माह में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी मुलाकात हुई लेकिन वहां भी बस आश्वासन मिला। मंटू की याद आते ही परिजनों के आँखों में आंसू भर आते हैं। बेटी सिसकने लगती है तो पत्नी के आँसू रोके नहीं रुक पाते। मंटू के गायब होने का गम सिर्फ उसके परिवार तक सिमित नहीं है पूरा गावं उसके सकुशल वापसी के इंतजार में हैं। मंटू का परिवार स्थानीय प्रशासन, राज्य सरकार, विधायक और संसद से भी निराश है। मंटू के साथ और भी 6 लोगों का अपहरण हुआ है। इसमें से 4 झारखण्ड के बताए जाते हैं। इन्हें वहां के स्थानीय विधायक, सांसद, और सरकार से सहायता भी राशि मिली है लेकिन मंटू के घर आज तक कोई नेता या प्रशासन और सरकार के लोग सांत्वना के दो बोल भी देने नहीं आया है।