बिहार ब्रेकिंग-सुमित कुमार-बेगूसराय
विश्व प्रसिद्ध इतिहासकार डॉ रामशरण शर्मा की जयंती उनके पैतृक गाँव बरौनी में स्थित भक्तियोग पुस्तकालय में समारोह पूर्वक मनायी गयी। डॉ शर्मा के 99वें जन्म दिवस के अवसर पर भक्ति योग पुस्तकालय में आयोजित समारोह की अध्यक्षता मदनेश्वर नाथ दत्त ने की जबकि सभा का संचालन अवकाश प्राप्त न्यायाधीश सुनीति प्रसाद सिंह ने किया। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में प्रसिद्ध इतिहासकार ओ पी जायसवाल ने कहा कि डॉ रामशरण शर्मा द्वारा लिखा गया इतिहास प्रामाणिक है। डॉ शर्मा अन्य इतिहासकारों से अपनी एक अलग पहचान रखते थे। उन्होंने कहा कि डॉ शर्मा समाजवाद के हिमायती थे और उनका कहना था कि समाजवाद सर्वप्रथम अपने घर से लाना होगा। समाजवाद लाने के लिये मानसिक बदलाव और मानसिक चेतना जरूरी है। भागलपुर विश्वविद्यालय के प्रो के के मंडल ने डॉ शर्मा के साथ अपना संस्मरण की चर्चा करते हुये कहा कि डॉ शर्मा जीवन के अंतिम क्षण तक धर्मनिरपेक्षता के प्रति प्रतिबद्ध रहे। उन्होंने कहा कि डॉ शर्मा ने इतिहास के साम्प्रदायिक विश्लेषण को सिरे से खारिज कर दिया था। उनकी दूर दृष्टि और सहज स्वभाव था। उनकी सबसे महत्वपूर्ण पुस्तक प्राचीन विश्व की भूमिका पर भी उन्होंने विस्तार से चर्चा की। समारोह को पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह, भगवान प्रसाद सिंह, पूर्व विधान पार्षद उषा सहनी, पूर्व विधायक अवधेश राय आदि ने भी संबोधित किया। इसके पूर्व डॉ रामशरण शर्मा की तस्वीर पर पुष्पांजलि कर लोगों ने उन्हें श्रद्धपूर्वक नमन किया। धन्यवाद ज्ञापन पूर्व मुखिया भोला सिंह ने किया। मौके पर भाकपा नेता रामरतन सिंह, प्रदीप राय, परमानंद सिंह, प्रदीप कुमार चिंटू, जुलुम सिंह, दिनेश सिंह, अभिलाष कुमार दत्त आदि मौजूद थे।