
बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र कल यानि 26 नवंबर से शुरू हो रहा है। अंदेशा है कि चार दिनों तक चलने वाला यह शीतकालीन सत्र विपक्षी हंगामे की भंेट चढ़ सकता है। शीतकालीन सत्र में बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष सरकार को घेर सकता है। इस सत्र में दो विधेयक, गैर सरकारी संकल्प और द्वितीय अनुपूरक बजट पेश होंगे, ऐसे में राजद कल विधेयक पारित कराते वक्त हंगामा कर सकता है.सत्र के अगले दिन उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी जीएसटी से जुड़ा विधेयक पेश करेंगे। जीएसटी में केंद्र सरकार ने कुछ संशोधन किया है। ये संशोधन फिलहाल अध्यादेश के जरिए राज्य में लागू हैं। विधेयक पारित होने के बाद संशोधन को स्थायित्व मिल जाएगा. राजद सूत्रों के हवाले से जो जानकारी सामने आ रही है कि रेलवे टेंडर घोटाले को लेकर भी राजद सरकार को घेर सकती है। लालू प्रसाद, तेजस्वी और राबड़ी देवी पर रेलवे टेंडर घोटाले के आरोप को लेकर सदन में विपक्ष हंगामा मचा सकता है क्योंकि विपक्ष का कहना है कि उन्हें फंसाया गया है। जिसमें सुशील मोदी और पीएमओ सीधे तौर पर शामिल हैं।
गौरतलब है कि विपक्ष लगातार सरकार पर घोटालों का आरोप लगाता रहा है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार निशाना साधते हुए उसे घोटालों की सरकार बता दिया था। बिहार में घट रही अपराध की वारदातों को लेकर भी विपक्ष सरकार को घेर सकता है।
