
पटना :-जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक युवा परिषद (युवा जाप) के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश तिवारी ने ब्यान जारी कर कहा है कि देश मे युवाओ की जनसंख्या अधिक है और आज तक सभी राजनीतिक दल सिर्फ युवाओ इस्तेमाल करते ही आ रहे है उन्हें उनके अधिकारो से वंचित करते आ रहे है।
श्री तिवारी ने कहा है कि राज्य एवं केंद्र की सरकार और सभी सत्ता पक्ष विपक्ष दल युवाओ को राजनीति में 75 प्रतिशत आरक्षण देना चाहिए युवाओ का उनका अधिकार से वंचित रखा जा रहा देश एवं राज्य के युवाओ को सिर्फ इस्तेमाल किया जा रहा हैं और सत्ता के बागड़ोर बुजुर्ग राजनेताओं के हाथ मे है देश के विकाश के लिया युवा नेतृत्व की आवश्यकता है ना कि पुराने राजनीतिज्ञों की जो राजनीति को अपना पेशा समझते हैं राजनीति का अर्थ होता है सेवा ,बदलाव , चिंतन ,विकाश ,सामाजिक न्याय , आत्मसमर्पण लेकिन आज राजनीती का स्तर काफी गिर चुका है किसी भी घर के गार्जियन अपने बाल-बच्चे को राजनीति में आना देख नही चाहते है अब राजनीति का अर्थ ही पूंजीपति , अपराधी ,माफियाओं से जोड़ा जाता है गरीब और वंचित लोग इस दिशा में आने के बाड़े में सोच भी नही सकते है देश में यह कैसा विकाश है जो युवाओ को आगे बढ़ने से रोका जा रहा है।

प्रधानमंत्री जी का सबका साथ सबका विकास और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी न्याय के साथ विकाश की बात करते है लेकिन युवाओ के साथ अन्याय हो रहा उन्हें विकाश के पथ पर जाने से रोका जा रहा है ।श्री तिवारी ने कहा मुख्यमंत्री जी को विधानसभा एवं लोकसभा सीट पर 75 प्रतिशत हिस्सेदारी 25 से 40 वर्ष के बीच के युवाओ को देना चाहिय तभी होगा युवा एवं देश का विकाश सभी राजनीति दल चाहे वह भाजपा , जदयू , राजद कोई भी हो उन्हें 75 प्रतिशत भागीदारी युवाओ को देनी चाहिय।तिवारी ने जदयू और राजद द्वारा चलाय जा रहे दलित -महादलित सम्मेलन पर कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष सभी दलितों का इस्तेमाल करते आये है सिर्फ इनके नाम पर राजनीतिक रोटियां सेक रहें है दलितों महादलितों गरीबों का यह वोट लेते आये है लेकिन कभी दलित कल्याण के लिए कुछ नही किया उन्हें कभी नेतृत्व नही दिया उन्हें कभी सम्मान नही दिया अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी या तेजस्वी यादव ,रामविलास पासवान ,जीतन मांझी इतना ही दलित प्रेमी है तो 15 वर्षो के लिये अपनी कुर्सी त्याग किसी गरीब दलित-महादलित के लिए करें रिज़र्व क्या इन्हें अधिकार नही मुख्यमंत्री औऱ नेता विपक्ष बनने का क्या एक ही परिवार को लोग पद लेते रहेंगे ।