
बिहार ब्रेकिंगः शिवदीप लांडे दरअसल यह सिर्फ कोई नाम नहीं है बल्कि बिहार में एक खौफ है जो अपराधियों के दिलोदिमाग पर छाया रहता था। आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे अपराधियों पर कहर बनकर टूटते थे। जो जैसा गुनाहगार उससे वैसे निपटते थे। फिल्मों में हीं हम यह देखते हैं कि किसी पुलिस अफसर को आमलोग इतना प्यार करें की तबादले पर आंखों में आंसू आ जाएं। लेकिन इस रियल सुपर काॅप शिवदीप लांडे के तबादले के बाद न सिर्फ लोग भावुक हो गये थे बल्कि कैंडल मार्च भी निकाला था। बिहार शिवदीप लांडे खूब चर्चित हुए।

आज भी वे बिहार को याद करते हैं। यहां की परंपराओं को याद करते हैं। उन्होंने यहां की छठ को याद किया है। मंगलवार की शाम भी अर्घ्य देते हुए उन्होंने अपने फेसबुक वाल पर लिखा है कि- ‘मैं अपने कर्मभूमि बिहार के लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा का यहां छत्तीसगढ़ में घुनघुट्टा नदी के किनारे सूर्य को संध्या अर्घ्य दिया. अपने फर्ज पर तैनात बिहार में मैं कब पूरे हृदय से बिहारी संस्कृति का अटूट हिस्सा बन गया ये पता भी न चला. मैं अपने परिवार के तरफ से सभी देशवासियों को छठ पूजा की शुभकामनाएं देता हूं.इससे पहले गणपति विसर्जन के दौरान उन्होंने 5 सितम्बर को अपने फेसबुक पर लिखा था कि आज अरब सागर किनारे हो रहे गणपति विसर्जन के बंदोबस्त के दौरान मुझे बहुत अलग एहसास हो रहा है. बिहार की याद आई क्योंकि सबसे पहले मैंने बिहार में गंगा किनारे हो रहे छठ महापर्वों का बंदोबस्त देखा. जिस प्रकार गंगा आगे बढ़ कर समंदर में मिल जाती है ठीक वैसा ही लग रहा है कि आज मैंने गंगा से समंदर तक का सफर तय कर लिया है.