
बाढ़ अनुमंडल में अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है, अपराधी पुलिस को लगातार चुनौती देते जा रहे हैं ऐसा लग रहा है मानो अपराधी और पुलिस आंख मिचोली का खेल खेल रहे हो, कोई भी ऐसा दिन नहीं जाता जब हत्या अथवा गोलीबारी की घटनाएं ना हो. अब तो ए एसपी पर भी सवालिया निशान उठने लगा है। हालांकि ए एसपी लिपि सिंह किसी भी घटना के बाद जायजा लेने खुद पहुंचती हैं और पुलिस पुलिस को सख्त निर्देश देती हैं कि अपराधियों की त्वरित गिरफ्तारी की जाए और अपराध नियंत्रण पर उनका जीरो टॉलरेंस की नीति होने के बावजूद अपराधी मानने को तैयार नहीं है। इसी कड़ी में बीती शाम बख्तियारपुर थाना के देदौर गांव में आपसी विवाद को लेकर हुई गोलीबारी में 21 वर्षीय युवक बुद्धन कुमार को अपराधियों ने सीने में गोली मार दी जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया हालांकि पुलिस और ग्रामीणों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए , पीएमसीएच भेज दिया है जहां वह जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है।

हांलाकि पीड़ित पक्ष से अभी तक कोई नामजद अभियुक्त बनाया नहीं गया है क्योंकि लोग छठ में उलझे हुए हैं और छठ में बाढ़ में भी घटना हुई और बख्तियारपुर में भी घटना हुई बाढ़ में गोलीबारी में दो युवक जहां घायल हुए वहीं बख्तियारपुर में एक युवक जीवन और मौत से संघर्ष कर रहा है। तो अपराधी अब त्योहारों को भी छोड़ नहीं रहे हैं , आस्था के इस महापर्व में भी अपराध का तांडव लगातार जारी है । जिससे नागरिक आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है और लोग पुलिस प्रशासन की विफलता पर सवाल उठाने लगे हैं। अपराधियों के बढ़ते हौसले के कारण पुलिस को अब अपनी साख बचाने की जरूरत आन पड़ी है।और पुलिस को चाहिये कि वो सख्ती से अपराधियों से पेश आये वरना पुलिस का खौफ अपराधियों में धीरे-धीरे बिल्कुल ही समाप्त हो जाएगा और आम जनता फिर से जंगलराज में रहने को विवश हो जाएगी इसलिए जरूरी है कि प्रशासन समय रहते सचेत हो जाए और आम नागरिकों के आक्रोश के शिकार होने से बचे।
(पटना ग्रामीण से रविशंकर की रिपोर्ट)