सब टीवी के मशहूर धारावाहिक आॅफिस-आॅफिस के शुक्ला जी के किरदार में नजर आने वाले और गोलमाल, धमाल सहित बाॅलीवुड के कई फिल्मों में अपनी अदाकारी का लोहा मनवाने वाले अभिनेता-काॅमेडियन संजय मिश्रा इन दिनों अपनी फिल्म ‘डेथ आॅन अ संडे इन पटना सिटी’ की शुटिंग के लिए बिहार आए हुए हैं। पटना के गुल्बी घाट पर इस फिल्म की शुटिंग चल रही है। पटना से संजय मिश्रा का खास नाता है। उनका जन्म यहां हुआ है। संजय मिश्रा ने बिहार ब्रेकिंग से खास बातचीत की। उन्होंने कहा कि खुशकिस्मत हूं कि वैसी जगह शुटिंग कर रहा हूं जहां मेरे पूर्वजों को अंतिम बार देखा गया। फिल्म के बारे में बताते हुए संजय मिश्रा ने कहा कि जिस जीवन में आप लगे हुए हैं, माया-मोह, क्या बचा कर ले जाएंगे क्या बचा कर दे जाएंगे उस माया से उठकर एक और जिंदगी है। यह फिल्म यही संदेश देती है। जीते लकड़ी मरते लकड़ी। संजय मिश्रा ने कहा कि यह फिल्म उनकी पिछली फिल्म मशान से काफी अलग है।
वो अलग तरह की कहानी थी यह एक अलग तरह की कहानी है। बेहतरीन बात यह है कि मैं पटना के गंगा जी मे उस जगह पर मैं शुटिंग कर रहा हूं जहां मेरा जन्म हुआ और वाराणसी जहां मैं पला बढा वहां भी मैने उसी जगह पर शुटिंग की है। गंगा मैया का बड़ा आर्शिवाद है हम पर। संजय मिश्रा ने कहा कि आज से दस साल पहले ऐसी फिल्मों का स्कोप नहीं होता था जो संदेश देने वाली फिल्में होती थी या छोटे बजट की फिल्में होती थी लेकिन अब इन फिल्मों का भी अच्छा स्कोप है। नेट प्लस और अमेजन जैसे कई साइट्स ऐसी फिल्मों को खरीदते हैं। बिहार के बदलाव के सवाल पर संजय मिश्रा ने कहा कि मेरे लिए वह वही बिहार है। दूसरे राज्यों में बिहार के लोगों के साथ दुव्र्यव्यवहार पर संजय मिश्रा ने कहा कि क्षेत्रवाद गलत है। अगर हम इस बात पर लड़ें कि हम सब हिन्दुस्तानी हैं तो शायद कभी लड़ाई ही नहीं होगी।