बिहार डेस्क-बेगूसराय
मिथिलांचल का पवित्र गंगा घाट सिमरिया पर उस समय उहापोह की स्थिति बन गई जब एक पंडा ने श्रद्धालुओं पर लाठी-डंडे और इंट पत्थर से हमला बोल दिया। घटना से श्रद्धालुओं के मन में इस पवित्र गंगा घाट पर सुरक्षा को लेकर चिंता होने लग गया। मामला है सोमवार का जब नेपाल निवासी देवीलाल साह अपने भाई का अस्थि-कलश गंगा में प्रवाहित करने के लिए सिमरिया आए। ट्रेन से राजेंद्र पुल स्टेशन पर उतरने के उपरांत वह अपने बहनोई शत्रुघ्न साह के साथ गंगा घाट की तरफ जा रहे थे तभी एक पंडा उन्हें रास्ते में रोक कर उनका नाम पता पूछा और उनसे पूजा करवाने के लिए कहा और दक्षिणा स्वरूप ग्यारह हजार रूपये की मांग की। इस पर देवीलाल ने उस पंडा से कहा कि नहीं वह पूजा अपने पंडा से ही करवाएंगे। इतना सुनते ही उक्त पंडा आग-बबूला हो गया और गाली-गलौज करते हुए धक्का मुक्की तक पहुँच गया। दोनों साला-बहनोई से उनका बैग छिनने का प्रयास करते हुए उन्हें जान से मार कर गंगा में फेंक देने की धमकी देने लगा।
घटना के दौरान शोरगुल और मारपीट देख कर वहां अन्य श्रद्धालु और पंडा जुटने लगे और सभी ने मिल कर जब उक्त पंडा का विरोध किया। इसी बीच घटना की जानकारी मिलने पर राजकीय कल्पवास मेला समिति के महासचिव रामरतन झा मौके पर पहुँच कर उक्त पंडा को समझाने का प्रयास करने लगे तो पंडा सूर्यनारायण झा उर्फ़ बुढा अपने भाइयों के साथ मिलकर सभी लोगों पर लाठी-डंडे चलाने लग गया। आरोपी पंडा की गुंडागिरी देख जब श्रद्धालु उग्र हो गए और उक्त पंडा को उसके भाई समेत खदेड़ने लगे तो वह सभी भाग कर अपने घर के छत पर चढ़ गया और वहां से रोड़े बरसने शुरू कर दिया जिसमे कई श्रद्धालु घायल हो गए। घटना की सुचना पर जब मेला पिकेट के पुलिस कर्मी घटनास्थल पर पहुंचे तो आरोपी पंडा अपने भाइयों समेत वहां से भाग निकला। वहीं उक्त नेपाली साला-बहनोई ने पुलिस पर भी आरोप लगाया कि चकिया ओपी में जा कर शिकायत करने पर वहां कहा गया कि मेला थाना में जाओ। वहीँ मेला समिति महासचिव रामरतन झा ने कहा कि चकिया ओपी प्रभारी के द्वारा आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही गई है। घटना को देखते हुए श्रद्धालुओं ने गंगा घाट पर सुरक्षा व्यवस्था पर ऊँगली उठाते हुए कहा कि अगर इस गंगा घाट पर सुरक्षा का यह आलम रहा तो फिर श्रद्धालु किसके भरोसे इस जगह पर गंगा स्नान और पूजा-पाठ करने आएँगे।