एक ही भवन में पुलिस मुख्यालय, आपदा प्रबंधन केंद्र होने से लोगों की मदद में सहुलियत होगी :- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज जवाहर लाल नेहरु मार्ग, पटना स्थित बिहार के प्रथम भूकंपरोधी तकनीक से निर्मित “सरदार पट ेल भवन” का उद्घाटन फीता काटकर किया। मुख्यमंत्री ने बिहार पुलिस भवन निमा र्ण निगम द्वारा नवनिर्मित 26 थाना भवनो सहित कुल 109 पुलिस भवनों का उद्घाटन एवं 46 पुलिस भवनों का शिलान्यास रिमोट के माध्यम से किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर मुख्यमंत्री ने उद्घाटन किया।आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज लोहिया जी की पुण्य तिथि है और नवरात्र भी चल रहा है। ख़ुशी की बात है कि आज ही के दिन सरदार पटेल भवन का उद्घाटन हुआ है। इस भवन के निर्माण से पहले विस्तृत अवधारणा बनायी गई थी और आज वह साकार हुआ। यहाँ पुलिस मुख्यालय के साथ-साथ आपदा प्रबंधन का भी काम होगा। आकस्मिक परिस्थिति में चीजों को यहाँ से नियंत्रित किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि यह भवन बेस-आईसोलेशन तकनीक से निर्मित है। 8 रिक्टर पैमाने से ऊपर आए भूकंप की तीव्रता में भी यह भवन सुरक्षित रहेगा। भवन के सबसे ऊपर में हेलीपैड का निर्माण कराया गया है ताकि आकस्मिक परिस्थितियों में आपदा प्रबंधन के काम किए जा सकें।
इस भवन के संबंध में आप सबके सामने एक प्रस्तुतीकरण भी दिया गया, साथ ही इस भवन के बारे में विस्तारपूर्वक आपलोगों को बताया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2002 में गुजरात में आए भूकंप के दौरान हम केंद्र में कृषि मंत्री थे। सदन में सरकार का पक्ष इस संबंध में मुझे रखना था। भूकम्प के विशेषज्ञों से इस संबंध में बहुत सारी बातों को जानने-समझने का मौका मिला था। विशेषज्ञों ने बताया था कि अगर इसी रिक्टर पैमाने का भूकंप पटना में आया तो 5 लाख से ज्यादा लोगों की मृत्यु होगी। बिहार में वर्ष 2005 में कार्यभार संभालने के बाद आपदा प्रबंधन विभाग को मजबूत बनाया गया, जिसकी हालत पहले काफी खराब थी। उस समय आपदा पीड़ितों को सिर्फ बाढ़ राहत के नाम पर 25 किलो अनाज वो भी तीन महीने बाद मिला करता था। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस मुख्यालय पुराना सचिवालय में रहा है, जहाँ काफी असुविधा हो रही थी। हमने निर्णय किया कि इस मुख्य मार्ग पर पुलिस मुख्यालय स्थापित किया जाए। जहाँ आपदा प्रबंधन की भी व्यवस्था हो। आधुनिक तकनीक से भूकंपरोधी निर्मित यह भवन बनकर तैयार है। उन्होंने कहा कि पुराने महत्वपूर्ण भवनों को रेटरोफिटिंग करके भूकंपरोधी बनाया जा रहा है। हालांकि इसमें काफी खर्च आ रहा है इसलिये जो ज्यादा महत्वपूर्ण सरकारी भवनें हैं उन्हें ही रेटरोफिटिंग द्वारा भूकंपरोधी बनाया जाए। जिन भवनो की आयु काफी हो गई है, उनकी जगह नया बनाना ज्यादा अच्छा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाकी चीजों के बारे में विज्ञान के द्वारा आकलन किया जाता है लेकिन भूकंप की आशंका के बारे में विज्ञान अभी बताने में सक्षम नहीं हुआ है। इस भवन में आपदा प्रबंधन विभाग पूरी मुस्तैदी के साथ रहकर आकस्मिक परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहें। एक ही भवन में पुलिस मुख्यालय, आपदा प्रबंधन केंद्र होने से लोगों की मदद में सहुलियत होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस भवन में 12 दिन तक लोग लगातार रह सकते हैं और विषम परिस्थिति में भी लोगों की मदद के लिए कुछ कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतांत्रिक सरकार सबकी चिंता करती है, आप पुलिसवालों की भी चिंता करती है, आप भी जनता की अपेक्षा पर खरा उतरें। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के नाम पर यह भवन बना है, जिन्होंने देश के लिए काफी कुछ किया था। इस भवन के लिए 337 करोड़ रुपए निर्धारित किये गये थे लेकिन यह 320 करोड़ रुपए में ही तैयार हो गया, यह अपने आप में खासियत है। पुलिस मुख्यालय जल्द से जल्द यहाँ शिफ्ट हो जाए और काम भी जल्द शुरु करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि बापू का एक विचार कि पृथ्वी सबकी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हैं लेकिन लालच को नहीं, एक तरफ इस विचार को और दूसरी तरफ गाँधी जी द्वारा बताए गए सात सामाजिक पाप कि सिद्धांत के बिना राजनीति, काम के बिना धनार्जन, विवेक के बिना सुख, चरित्र के बिना ज्ञान, नैतिकता के बिना व्यापार, मानवता के बिना विज्ञान एवं त्याग के बिना पूजा को यहॉ लिखवा दिया गया है ताकि लोग यहाँ आएं और इससे कुछ सीख ले सकें । अगर 10 प्रतिशत लोगों पर भी इसका असर पड़ा तो बड़ा परिवर्तन आएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज सुधार लिए कई काम किए गए हैं। इस काम के लिए पुलिस वालो से और भी उम्मीदे हैं, इसे मन से कीजिए। हमलोग उनलोगों का ख्याल रखते हैं, जो लोगों का ख्याल रखते हैं। यह बहुत बढ़िया भवन बना है, जहाँ काम करने का अच्छा वातावरण मिलेगा। आप सब यहा बैठकर चिंतन मनन कीजिए कि कैसे अपराध पर नियंत्रण रखा जाए, भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जाए, किस प्रकार बेहतर काम किया जाए कि प्रेम एवं सद्भाव का विकास हो। बिहार पुलिस ऐसी पुलिस है जिसकी मानसिकता पर कभी भी सांप्रदायिकता का आरोप नही लगा है। बिहार पुलिस मेहनती एवं जुझारु है। पुलिस विभाग अपने अंदर अनुशासन का भाव बनाए रखे, आपके ऊपर बड़ी जिम्मेदारी भी है। उन्होंने कहा कि सरकार, वाहन, हथियार, तकनीक इत्यादि संसाधन उपलब्ध कराती है। पुलिसकर्मी, पदाधिकारी की नियुक्ति के लिए पद की स्वीकृति सरकार देती है।
आपलोगों की जिम्मेवारी है कि अच्छे लोगों का चयन कर बेहतर कार्यशैली को विकसित करें, इसके लिए सभी लोग समय पर आएं, आत्मानुशासन को अपनाएं। उन्होंने कहा कि इस भवन से थाने की डायरेक्ट मॉनिटरिंग की व्यवस्था कीजिए। यह बड़ा भवन है, जगह की कमी नहीं है। लोगों को भी यहाँ आने का अवसर दीजिए ताकि वे अपनी शिकायतें आप तक रख सकें। मैं भी सप्ताह में एक दिन यहां आऊंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस भवन निर्माण निगम अब 290 करोड़ रुपए का काम इस वर्ष कर रहा है यानि यह अपने आपको पूर्णतः स्थापित कर चुका है।बड़ी संख्या में महिलाओं की नियुक्ति पुलिस विभाग में हुई है, जिनके लिए थाना भवनो में बैठने के साथ ही अन्य सुविधाए उपलब्ध हैं। बिहार पुलिस एकेडमी का भी निर्माण कार्य जारी है। यह भी एक अद्भुत ढांचा बनेगा, जहा पुलिस की ट्रेनिंग बेहतर ढंग से दी जा सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने जितनी बातो सुझाव दिया, उस पर प्रेमपूर्वक विचार कर अमल कीजिएगा तो समाज में एक बड़ा बदलाव आएगा। आपकी बड़ी भूमिका है। ऐसा कीजिए कि मन को संतोष हो और बिहार की जनता का आत्मविश्वास बढ़े। मुख्यमंत्री का स्वागत, भवन निमा र्ण विभाग के प्रधान सचिव चंचल कुमार ने प्रतीक चिन्ह एवं रामधारी सिह दिनकर द्वारा लिखित पुस्तक भेंटकर की। इसी भवन पर आधारित एक वृतचित्र का प्रदर्शन भी किया गया। बिहार पुलिस भवन निमा र्ण निगम द्वारा बनाए गए भवनो की झांकी भी दिखायी गई। कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, पथ निर्माण मंत्री सह पटना जिले के प्रभारी मंत्री नदकिशोर यादव, भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी, मुख्य सचिव दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक के एस द्विवेदी, बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक सह पुलिस महानिदेशक सुनील कुमार, प्रधान सचिव गृह आमिर सुबहानी एवं भवन निर्माण विभाग के प्रधान सचिव चंचल कुमार ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य पी एन राय, पुलिस महानिदेशक बीएमपी गुप्तेश्वर पांडेय, प्रधान सचिव आपदा प्रबंधन प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा सहित अन्य वरीय पदाधिकारीगण, पुलिस पदाधिकारीगण एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।