
इंडी गठबंधन के नेताओं ने पिछड़ों व वंचितों के साथ विश्वासघात करने का एवं डॉ अम्बेडकर के खिलाफ षड्यंत्र रचने का कार्य किया : तरूण चुग। डॉ अंबेडकर एवं संविधान का अपमान करने वाले एवं आपातकाल लगाकर लोकतंत्र की हत्या करने वाली कांग्रेस की बी टीम बन कर काम कर रही राजद : तरूण चुग।
बिहार ब्रेकिंग

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री तरूण चुग ने पटना स्थित भाजपा बिहार प्रदेश कार्यालय में आयोजित डॉ भीमराव अम्बेडकर सम्मान अभियान की कार्यशाला को संबोधित करते हुए कांग्रेस एवं उसके सहयोगी दलों, विशेषकर राष्ट्रीय जनता दल, पर तीखा प्रहार किया। चुग ने कहा कि इंडी गठबंधन के इन दलों ने वर्षों तक पिछड़ों और वंचितों के अधिकारों को कुचलने का कार्य किया है और बाबा साहब डॉ. अम्बेडकर के विचारों के विरुद्ध षड्यंत्र रचा है।
चुग ने कहा कि कांग्रेस और राजद जैसे दल जो स्वयं को दलितों और पिछड़ों का रक्षक बताते हैं, वास्तव में उनके सबसे बड़े धोखेबाज़ हैं। उन्होंने कहा कि काका कालेलकर आयोग (1956) और मंडल आयोग (1980) की रिपोर्टों को वर्षों तक लटकाने और संसद में उनका विरोध करने का पाप इन्हीं दलों ने किया। नेहरू से लेकर राजीव गांधी तक, कांग्रेस नेतृत्व ने आरक्षण का विरोध किया और आज राजद उसी कांग्रेस की चरणवंदना कर रही है। राजीव गांधी द्वारा मंडल आयोग की रिपोर्ट पर संसद में दिया गया आरक्षण विरोधी भाषण और राहुल गांधी द्वारा विदेशी धरती पर आरक्षण समाप्त करने की वकालत। ये सभी कांग्रेस की मानसिकता और पिछड़े वर्गों के प्रति उसके असली रवैये को उजागर करते हैं।
चुग ने कहा कि पिछले सात दशकों से कांग्रेस पार्टी ने डॉ अम्बेडकर, भारत के संविधान और सामाजिक न्याय की भावना का निरंतर अपमान किया है। राजद जैसे दल आज कांग्रेस की चापलूसी कर उनके पापों में सहभागी बनकर तुच्छ वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं। चुग ने तीखे लहजे में पूछा कि क्या ये वही लालू यादव हैं जिन्होंने इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल का विरोध करते हुए जेपी आंदोलन में भाग लिया था? अगर हां, तो आज वे किस स्वार्थ या लालच में उसी कांग्रेस के साथ खड़े हैं जिसने लोकतंत्र की हत्या की, संविधान को कुचला और देश को बंधक बना दिया? उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने अकेले 50 निर्वाचित सरकारों को गिराया और कांग्रेस के शासन में लगभग 90 सरकारों को बर्खास्त किया गया। क्या यही है राजद और कांग्रेस का असली रिश्ता?
चुग ने कांग्रेस द्वारा डॉ अम्बेडकर के लगातार किए गए अपमान का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि 1952 और 1954 के चुनावों में कांग्रेस ने षड्यंत्रपूर्वक बाबा साहब को हराने के प्रयास किए। यह चुनाव कोई सामान्य चुनाव नहीं था, बल्कि बाबा साहब को राजनीतिक रूप से हाशिए पर ढकेलने की योजना का हिस्सा था।भारत रत्न के विषय में चुग ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने स्वयं को भारत रत्न देकर बाबा साहब के प्रति अपनी घृणा को उजागर किया। 1955 में नेहरू और 1971 में इंदिरा गांधी ने स्वयं को भारत रत्न से सम्मानित कर लिया, लेकिन बाबा साहब को यह सम्मान देने से इंकार किया गया। यह सम्मान तब मिला जब कांग्रेस सत्ता से बाहर थी और भाजपा समर्थित सरकार ने 1990 में यह कार्य किया।
चुग ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने बाबा साहब की 100वीं जयंती तक मनाने की अनुमति नहीं दी। नेहरू की डॉ अम्बेडकर के प्रति घृणा जगजाहिर है। कांग्रेस के शासनकाल में बाबा साहब की स्मृति में एक भी स्मारक नहीं बनवाया गया। जब दूसरी पार्टियाँ सत्ता में आईं, तब जाकर यह कार्य संभव हो सका। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने बाबा साहब की स्मृति में पंचतीर्थ का विकास किया और संविधान को सहेजने व सम्मानित करने का कार्य किया। यही सच्चा सम्मान है बाबा साहब के विचारों और संघर्ष को।