सच्ची और सटीक खबर से विश्वसनीयता बढ़ती है, WJAI द्वारा आयोजित “संवाद से समाधान” कार्यक्रम में बोले IPRD के संयुक्त निदेशक। WJAI के “संवाद से समाधान” कार्यक्रम में IPRD के संयुक्त निदेशक ने वेब पत्रकारों को उचित मान-सम्मान दिलाने का दिया भरोसा। सटीक और सही जानकारी देने से विश्वसनीयता बढ़ेगी, संवाद से समाधान कार्यक्रम में बोले WJAI के अध्यक्ष आनंद कौशल। वेब पत्रकारों के चतुर्दिक विकास के लिए हर शनिवार संवाद के जरिए जुड़ेंगे दिग्गज पत्रकार
बिहार ब्रेकिंग
अगर आप सच्ची पत्रकारिता करते हैं तो वह सरकार और आमजन के लिए फायदेमंद होता है। हम वेब पत्रकारों को उचित मान-सम्मान दिलाने के लिए आपकी बात आला अधिकारियों और सरकार के समक्ष रखने का भरोसा दिलाते हैं। उक्त बाते सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के संयुक्त निदेशक (प्रेस) रविभूषण सहाय ने शनिवार को वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की तरफ से राजधानी पटना में “संवाद से समाधान- लिट्टी चोखा के साथ” कार्यक्रम में वेब पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि आज के समय में अधिकांश लोग पत्रकारिता के नाम पर आते हैं लेकिन उन्हें पत्रकारिता का मकसद नहीं पता होता है। उन्होंने कहा कि आपलोगों के द्वारा प्रकाशित खबरों की हमलोग प्रतिदिन समीक्षा करते हैं और अगर कोई विभागीय गड़बड़ी हो तो उसे दुरुस्त करने का भी प्रयास करते हैं। अगर आप आमजन के सरोकार से जुड़े सवाल उठाते हैं तो फिर सरकार आपके काम की सराहना करती है। अपनी पहचान बनाने के लिए आपको सही कंटेंट परोसना होगा न कि सनसनी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद कौशल ने कहा कि वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया किसी खास उद्देश्य के लिए बनी है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता बहुत बड़ी जिम्मेवारी होती है। हमारा मुख्य उद्देश्य आमजन तक सही जानकारी पहुंचाना और आमजनों की समस्याओं को उजागर करना है। आज के समय में WJAI के संघर्ष का ही परिणाम है कि आज केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने वेब पत्रकारों के लिए मीडिया गाइडलाइंस लाया है। हर जगह अब वेब मीडिया को भी तरजीह दी जा रही है। उन्होंने कहा कि सिर्फ सरकार की नकारात्मक खबर दिखाना पत्रकारिता नहीं होती है। आप सकारात्मक खबर दिखा कर समाज को दिशा देने का काम करिए इससे आपकी विश्वसनीयता बढ़ेगी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए न्यूज 18 के इनपुट एडिटर और वरिष्ठ पत्रकार ब्रज मोहन सिंह ने कहा कि सच्ची पत्रकारिता संघर्ष से ही संभव है। आज के समय में सोशल मीडिया की वजह से जानकारी बहुत तेजी से लोगों तक पहुंचती जरूर है लेकिन तथ्यहीनता की वजह से वह मीडिया का कंटेंट न रह कर सोशल मीडिया कंटेंट बन जाता है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ज़ी न्यूज के ब्यूरो चीफ और वरिष्ठ पत्रकार रजनीश कुमार ने कहा कि आप कैसे खबर को पड़ोसते हैं वह भी मायने रखता है। उन्होंने कैमरे और रिपोर्टिंग की कुछ बारीकियों को बताते हुए कहा कि यदि आप सही तरीके से खबर को रखेंगे तो लोग आपको पढ़ेंगे और देखेंगे। आज के समय में लोग अपने चैनल का लोगो दिखाने की अधिक कोशिश करते हैं जबकि लोगो से अधिक महत्वपूर्ण होता है कंटेंट को प्राथमिकता देना। जब भी आप किसी खबर के संकलन में जाते हैं तो यह जरूर ध्यान रखें कि आप जो भी चीजें रिकॉर्ड कर रहे हैं वह सही तरीके से रिकॉर्ड हो।
वरिष्ठ पत्रकार रविन्द्र भारती और अमर उजाला, बिहार एडिशन के संपादक कुमार ज्योति ने भी अपने पत्रकारिता जीवन के संघर्षों पर चर्चा कर पत्रकारों को आने वाली चुनौतियों से आगाह किया। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ लीना ने कहा आज जो वेब पत्रकारों को भी यूट्यूबर कह कर संबोधित किया जाता है, उसे रोकना आपका काम है, क्योंकि आप खबर दिखाते हैं पर यूट्यूबर मनोरंजन करते हैं। इसलिए आपको बोलना होगा कि आप पत्रकार हैं न कि यूट्यूबर।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय सचिव मधुप मणि “पिक्कू” ने कहा कि वेब पत्रकारों को अपने संवाद और लेखनी पर संयम बरतना होगा। एसोसिएशन समय समय पर कार्यशाला का आयोजन करता रहा है। इस कार्यशाला में सहभागिता से आपकी कौशलता बढ़ेगी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए WJAI के प्रदेश अध्यक्ष बालकृष्ण ने WJAI के उद्देश्य से अवगत करवाया और उन्होंने पत्रकारिता का मूल कर्तव्य भी बताया। उन्होंने उपस्थित पत्रकारों को कहा कि यह जरूर ध्यान रखें कि सबसे पहले के चक्कर में गलत खबर न चले क्योंकि यह आपके विश्वसनीयता पर असर डालता है।
कार्यक्रम में ईटीवी भारत के ब्यूरो चीफ बृजम पाण्डेय, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मंजेश कुमार, राष्ट्रीय कार्यालय सचिव अकबर इमाम, राष्ट्रीय संयुक्त सचिव चंदन कुमार राज, राष्ट्रीय सचिव विवेक कुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष आलोक कुमार, राजू पाठक, जिलाध्यक्ष दीपक राज, बिहार पुलिस के मीडिया पीआर संजीत मिश्रा समेत कई वेब पत्रकार, प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों के बिहार प्रमुख व स्थानीय संवाददाता मौजूद थे।