बिहार ब्रेकिंगः राजनीति के रसूखदारांे की अपनी एक हनक होती है। अपना रौब होता है। हांलाकि कई बार यह बात बेहद अजीब लगती है कि लोकतंत्र में जिस जनता को जर्नादन कहा जाता है वही जर्नादन कभी कभी राजनीति के इन रसूखदारों की हनक का शिकार हो जाते हैं। ताजा आरोप बिहार के दरभंगा से बीजेपी सांसद कीर्ति झा आजाद पर है। आरोप है कि उन्होंने एक सरकारी कर्मचारी से बेहद अभ्रद तरीके से बातचीत की है।हांलाकि लंबे वक्त से दरभंगा के बीजेपी सांसद कीर्ति झा आजाद का नाम उन नेताओं की फेहरिस्त में शुमार होता है जो बीजेपी पर हमला करने का एक भी मौका नहीं छोड़ते। शत्रुधन सिन्हा और यशवंत सिन्हा की तरह कीर्ति झा आजाद ने भी बीजेपी से बगावत का झंडा बुलंद कर रखा है।
क्या है पूरा मामला
मीडिया रिपोर्टस के हवाले से जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक दरभंगा समाहरणालय की गोपनीय प्रशाखा के विशेष कार्य पदाधिकारी पुष्पेश कुमार ने कहा है कि डीएम के आदेश से उन्होंने महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर समाहरणालय सभागार में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सांसद से उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क किया। उनसे कार्यक्रम में भाग लेने का अनुरोध किया। इतना सुनते ही सांसद ने बेवजह असंसदीय व अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि तुम्हारी औकात कैसे हुई मुझसे बात करने की, मैं 20 साल से एमपी हूं। जाओ मेरे पीए से बात करो।आहत पदाधिकारी ने लिखा है कि सांसद के इस कृत्य से उनके आत्मसम्मान को गहरी ठेस पहुंची है। साथ ही सभ्य समाज में एक व्यक्ति के नाते मेरे मानवाधिकार का हनन हुआ है। उन्होंने डीएम से इस संबंध में सांसद के विरुद्ध कार्रवाई का आग्रह किया है।