BPSC के 70वीं परीक्षा में शामिल बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने बुधवार शाम को सैंडिस कंपाउंड में कैंडल मार्च निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया। इस मार्च को ‘शिक्षा सत्याग्रह’ नाम दिया गया और अभ्यर्थियों ने ‘प्रोटेस्ट नहीं-रिक्वेस्ट’, ‘विवाद नहीं – संवाद’, ‘व्यवधान नहीं – समाधान’ जैसे नारे लगाए। मार्च के दौरान अभ्यर्थियों ने सैंडिस कंपाउंड के विभिन्न हिस्सों का भ्रमण किया और अंत में एकजुट होकर आगामी रणनीति पर चर्चा की। अभ्यर्थियों ने बताया कि आयोग ने दावा किया था कि कदाचार मुक्त और धांधली मुक्त परीक्षा ली जाएगी, लेकिन सारे जिले से कुछ न कुछ गड़बड़ी की बात सामने आयी।
दरअसल, 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 13 दिसंबर को पटना के विभिन्न केंद्रों पर आयोजित की गई थी। बापू परीक्षा परिषद केंद्र पर पेपर मिलने में देरी के कारण परीक्षा बाधित हुई, जिसके कारण यहां परीक्षा रद्द कर दी गई। 12 हजार परीक्षार्थियों की परीक्षा स्थगित होना, पूरे जिले की परीक्षा स्थगित होना है। इतनी बड़ी संख्या में अगर अभ्यर्थियों की परीक्षा स्थगित की जाती है तो पूरी तरह से रिजल्ट प्रभावित होगा।
कई छात्रों ने बताया कि उनलोगों का परीक्षा सेंटर दो सौ से तीन सौ किलोमीटर दूर कर दिया गया। जिससे उनलोगों की परीक्षा प्रभावित हुई। इतनी दूरी वाले सेंटर पर परीक्षा लेने का क्या औचित्य है, यह उनलोगों के समझ से बाहर है। अभ्यर्थियों ने बताया कि जरूरत पड़ी तो वे लोग अपनी बात को रखने के लिए पटना भी जायेंगे।