केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने किया NSIC निरीक्षण, दिए दिशा निर्देश — एनएसआईसी कैंपस में बैंकों एवं ड्रोन कंपनियों के बीच हुए समझौते — कौशल विकास और उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में क्रेडिट सुविधा पोर्टल और नए कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ
बिहार ब्रेकिंग डेस्क
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि छोटे और मंझोले उद्योग हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं और युवा उद्यमी हमारे देश के भविष्य हैं। देश के हर गांव, कस्बे और शहर में इन उद्योगों को पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार कृत संकल्पित है और उनकी सुविधाओं का ख्याल रखना हमारी प्राथमिकता है। गुरुवार को ओखला स्थित एनएसआईसी कैंपस में बैंकों एवं ड्रोन कंपनियों के बीच हुए समझौते के दौरान उन्होंने यह बात कही। इस अवसर पर उनके मंत्रिमंडल की सहयोगी राज्यमंत्री सुश्री शोभा करंदलाजे एवं कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
मांझी ने कहा कि हमारा लक्ष्य कौशल विकास के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को मूर्त रूप देना है। इस अवसर पर उन्होंने एनएसआईसी के चयनित प्रशिक्षुओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए। उन्होंने कहा, “आज का कार्यक्रम एक कुशल और सशक्त भारत की दिशा में हमारी यात्रा में एक नया अध्याय है। हमारे युवा उद्यमी भविष्य के पथप्रदर्शक हैं और हम हर कदम पर उनका समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” इस अवसर पर उन्होंने उद्यमियों के लिए क्रेडिट सुविधा पोर्टल और नए कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया और देश के विभिन्न नियोक्ताओं एवं प्रशिक्षकों के साथ चर्चा की। प्रशिक्षण कार्यक्रम का डिजाइन उद्यमियों को उनके संबंधित क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस करने के लिए किया गया है।
एमएसएमई राज्यमंत्री सुश्री शोभा करंदलाजे ने कहा कि हमारा ध्यान एक मजबूत इकोसिस्टम बनाने पर है जो प्रतिभा का पोषण करता है और नवाचार को बढ़ावा देता है। ये प्रशिक्षण कार्यक्रम इस दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक सार्थक कदम हैं। कार्यक्रम में एमएसएमई सचिव एस सी एल दास, जेएस-एसएमई मर्सी एपाओ, एनएसआईसी के सीएमडी डॉ एस एस आचार्य, एनएसआईसी के निदेशक कार्तिकेय सिन्हा और एनएसआईसी के निदेशक गौरव गुलाटी समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।