बिहार ब्रेकिंगः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष आज 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में राजस्व पर्षद द्वारा प्रस्तुतिकरण दिया गया। राजस्व पर्षद के अध्यक्ष सह सदस्य सुनील कुमार सिंह एवं अपर सदस्य के.के. पाठक ने राजस्व पर्षद में कई प्रकार के लिए इनिशिएटिव के बारे में विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया गया। प्रस्तुतीकरण के क्रम में बताया गया कि वर्ष में दो बार विभागीय परीक्षाओं का आयोजन कम्प्यूटर के माध्यम से कराया जा रहा है और उसी दिन उसका परिणाम भी घोषित कर दिया जाता है। अपर सदस्य द्वारा बताया गया कि विभागीय परीक्षाओं केे सिलेबस को भी आधुनिक किया गया है और आर.टी.आई., आर.टी.पी.एस., मद्य निषेद्य इत्यादी विषयों को जोड़ा गया है। बोर्ड आॅफ रेवेन्यू का रिकार्ड रूम बनाया गया है, जिसमें पुराने कागजात को धरोहर के रूप में सुरक्षित रखा गया है। उन्होंने बताया कि पुराने केस रिकाॅर्ड को कम्प्यूटराइज्ड भी किया जा रहा है। प्रस्तुतीकरण में राजस्व पर्षद को और बेहतर तथा कार्यशील बनाने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। प्रस्तुतीकरण के दौरान मुख्यमंत्री ने सुझाव देते हुए कहा कि भूमि संबंधी विवाद कम से कम हों, इसके लिए काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि महीने में एक बार मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, प्रधान सचिव गृह तथ प्रधान सचिव राजस्व एवं भूमि सुधार बैठक कर मामले की समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के स्तर पर हर 15 दिन पर इसकी समीक्षा की जाय। अंचलाधिकारी एवं थानेदार भी सप्ताह में एक दिन बैठक करें ताकि भूमि संबंधी विवादों का समाधान हो सके। उन्होंने कहा कि प्रमण्डलीय आयुक्त, जिलाधिकारी नियमित रूप से कोर्ट करें और राजस्व पर्षद उसका अनुश्रवण करें। बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार, राजस्व पर्षद के अध्यक्ष सह सदस्य सुनील कुमार सिंह, प्रधान सचिव राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ब्रजेश मेहरोत्रा, अपर सदस्य राजस्व पर्षद के.के. पाठक, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह एवं राजस्व पर्षद के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
