बिहार ब्रेकिंग: पीएमसीएच में जूनियर डाक्टरों की हड़ताल मरीजों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस हड़ताल की वजह से अब तक तकरीबन 20 मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। हड़ताल की वजह से यहां आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को काफी परेशानी हो रही है। हड़ताल से मरीजों की हो रही मौत से जहां परिजनों में हाहाकार मचा है वहीं 300 से ज्यादा मरीज अस्पताल से अभी तक पलायन कर चुके हैं.अस्पताल में अब तक 45 ऑपरेशन टाले जा चुके है. पूरा अस्पताल नर्स के भरोसे है. हड़ताल से मरीज के साथ परिजन भी परेशान हैं. मरीज और उनके परिजन हड़ताल खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि एक की जगह दो पीओडी और बाहर से आए डॉक्टरों को खासकर इमरजेंसी में तैनात किया गया है. इस हड़ताल का असर ओपीडी में भी देखने को मिल रहा है. अब तक जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक जूनियर डॉक्टर आज फिर बैठक करेंगे और बैठक में ही हड़ताल को लेकर फैसला होगा.इससे पहले पीएमसीएच अधीक्षक डॉक्टर राजीव रंजन प्रसाद ने आज ही दोपहर तक डॉक्टरों के काम पर वापस लौटने का भरोसा जताया है. उन्होंने मंगलवार को बताया कि अस्पताल के कई वार्डों में सायरन सिस्टम शुरू होगा ताकि हंगामा, मारपीट और किसी भी तरह की घटना में ये बजने लगेगा. अधीक्षक के मुताबिक गायनी, पीडियाट्रिक्स, इमरजेंसी में सायरन, की सुविधा लगाई जा रही है साथ ही जल्द नई सेक्यूरिटी कंपनी को लेकर टेंडर निकाला जायेगा जिससे डॉक्टरों में भय का माहौल न हो.दूसरी ओर जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. शंकर भारती का कहना है कि अस्पताल प्रशासन से वार्ता हो रही है लेकिन अभी तक कोई ठोस निर्णय निकला है.
