बिहार ब्रेकिंग डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार के राजगीर पहुंचकर नालंदा विश्वविद्यालय के नए कैंपस का उद्घाटन किया है। नालंदा विश्वविद्यालय के उद्घाटन समारोह के खास मौके पर पीएम मोदी के साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार भी मौजूद रहें। पीएम मोदी के साथ-साथ नीतिश कुमार ने भी यहां लोगों को संबोधित किया। नीतिश कुमार ने कहा कि वर्ष 2005 में हमारी सरकार बनने के बाद हमने नालंदा विश्वविद्यालय के पुनर्स्थापना की कोशिश शुरु कर दी थी। लगातार कोशिशें जारी रही और हमने 455 एकड़ भूमि अधिग्रहित किया और निर्माण कार्य शुरू करवाया।
इस विश्वविद्यालय के निर्माण में पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का सहयोग रहा और वे भी यहां काम देखने आए थे। उन्होंने आगे कहा कि वर्ष 2010 में केंद्र में एनडीए की सरकार बनने के बाद नालंदा विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य में गति आई और तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी भी यहाँ आए थे। उन्होंने भी नालंदा विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य की सराहना की थी। एनडीए की सरकार में लोकसभा में नालंदा विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए बिल पास हुआ और आज इस विश्वविद्यालय का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। हम उनका आभार व्यक्त करते हैं।
अपने संबोधन के दौरान नीतिश कुमार ने नालंदा के ब्रह्मकुंड के बारे में भी बात की और अपने बचपन को याद किया। उन्होंने कहा, “यहां कितने लोग ब्रह्मकुंड में नहाने आते हैं और कितना अच्छा लगता है। हम तो बचपन से यहां गर्म पानी से नहाने आ रहे हैं”। उन्होंने बताया, “हमें तो पिता जी यहां भेज दिया करते थे नहाने के लिए। आज भी हम जब यहां आते हैं तो नहाते हैं गर्म पानी में। यह राजगिर में तो एक से एक चीज है”।
सीएम नीतीश ने कहा नालंदा विश्वविद्यालय को धरोहर बताते हुए उसके अतीत के बारे में बताया और राज्य सरकार के स्तर पर भी नालंदा और राजगीर के विकास कार्यों को गिनाया। उन्होंने कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय में वर्ष 2014 से पढाई शुरू हो गई थी और आज के समय में विभिन्न देशों के करीब 400 छात्र यहां पढाई कर रहे हैं। अब इस विश्वविद्यालय का उद्घाटन हो गया तो अब यह लगातार आगे बढ़ते रहेगा और ज्ञान केंद्र रहा यह भूमि आगे भी ज्ञान का प्रकाश बिखेरता रहेगा।