मुंगेर से रंजीत कुमार: विश्व प्रसिद्ध योग नगरी मुंगेर में आए दिन पत्रकारों पर हो रहे जानलेवा हमला एवं झूठे मुकदमे में फंसाए जाने को लेकर लौहनगरी जमालपुर शहर के लोग का आक्रोश फुट पड़ा और लोगों सड़क पर उतर कर शासन एवं प्रशासन के विरुद्ध आक्रोश मार्च निकालकर सरकार के विरोध विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में आम नागरिकों के साथ साथ विभिन्न राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया। लोकतंत्र के चैथे स्तंभ पत्रकार पर बढ़ते अत्याचार को लेकर ही एक स्वर से जमालपुर में सरकार विरोधी नारे शासन-प्रशासन के विरोध में नारे लगे ।प्रदर्शनकारियों ने एक स्वर से नारा लगाया कि पत्रकार गंगा रजक पर जानलेवा हमला करने वाले आरोपी की अविलंब गिरफ्तारी हो अन्यथा पूरे शहर में चक्का जाम कर शासन प्रशासन के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। प्रदर्शन का नेतृत्व विभिन्न राजनीतिक दलों के जिलाध्यक्ष एवं सामाजिक संगठनों के अध्यक्षों के अलावा पत्रकार संगठनों के अध्यक्षों द्वारा किया गया ।आक्रोश मार्च पत्रकार पर बढ़ रहे अत्याचार एवं झूठे मुकदमे को फंसाए जाने को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं पत्रकारों का आक्रोश मार्च लौहनगरी जमालपुर के भारत माता चैक से निकली, जो शहर के मुख्य सड़क का भ्रमण करते हुए दौलतपुर तक गई। दौलतपुर से पुनः प्रदर्शनकारियों का जत्था एशिया प्रसिद्ध जुबली बेल चैक पर पहुंचा, जहां प्रमुख वक्ताओं के भाषण के साथ आक्रोश मार्च का समापन हुआ। आक्रोश मार्च में शामिल प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन हाय हाय एवं पत्रकार पर झूठा मुकदमा एवं हमला करना बंद करो सहित आदि नारे लगा रहे थे। आक्रोश मार्च में जमालपुर विधानसभा क्षेत्र के 8 पत्रकारों पर तक हुए विभिन्न मामलों को लेकर वक्ताओं ने सरकार एवं स्थानीय प्रशासन के प्रति विरोध प्रकट किया। पत्रकार गंगा रजक पर बीते दिनों शहर के सदर बाजार में सरेआम नामजद आरोपियों द्वारा की गई जानलेवा हमला तथा स्थानीय पत्रकार केएम राज पर आंगनवाड़ी केंद्र की संचालिका के पति गोपाल कृष्ण कुमार द्वारा ग्यारह सौ रुपया छीने जाने को लेकर झूठा मुकदमा दर्ज कराए जाने सहित जमालपुर विधानसभा क्षेत्र के 8 पत्रकारों पर झूठा मुकदमा एवं अत्याचार से संबंधित मामलों को लेकर प्रदर्शनकारियों में खासे आक्रोश देखा गया। आक्रोश मार्च में विभिन्न राजनीतिक दल एवं सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों के लिए अलावे शहर के हजारों लोगों ने भाग लिया। लौह नगरी जमालपुर में पहली दफा किसी पत्रकार पर हुए जानलेवा हमला एवं पत्रकारों पर बढ़ते अत्याचार को लेकर निकले आक्रोश मार्च में बड़ी संख्या में खास लोगों के साथ साथ आम लोगों ने भी भाग लिया और सरकार विरोधी नारे लगाए। इधर आक्रोश मार्च में शामिल प्रमुख वक्ता राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश महासचिव इंद्रदेव दास, हम पार्टी के जिलाध्यक्ष राकेश गोप, भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष बबलु पासवान, भाजपा प्रखंड अध्यक्ष किसटू सिंह, कांग्रेस के युवा नेता साईं शंकर, राजद नेता धीरेंद्र मंडल, बमबम यादव, मनीष यादव, शिशिर कुमार लालू, सीपीआई सचिव मुरारी प्रसाद, लालू सपा के प्रदेश उपाध्यक्ष बाल किशोर चैरसिया, नेता प्रभाकर चैरसिया, रविंद्र कुमार रवी, युवा रालोसपा नेता अमित चैरसिया, अभिनेता बादल सिंह, जॉर्ज विचार मंच के जिलाध्यक्ष राजेश सिंह, सामाजिक नेता कपिलदेव मंडल, समाजवादी पार्टी के नगर अध्यक्ष अमर शक्ति, शैलेश कुमार, प्रजापति,ने बारी बारी से कहा पत्रकार पर हो रहे हमले से देश का चैथा स्तंभ आज खतरे में है। विशेषकर जमालपुर विधानसभा में कुछ महीने में कुल 8 पत्रकार पुलिस प्रशासन एव अपराधी के निशाने पर ही नहीं रहे बल्कि कई पर फर्जी तरह के मुकदमे दर्ज कर उनकी कलम को बांधने का साजिश किया जा रहा है। इन सभी घटनाओं में सरकार स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं पुलिस प्रशासन मोन क्यों है यह समझ से परे है। समय रहते अगर पत्रकारों पर हमला एवं इसमें शामिल दोषियों को सख्त कारवाही नहीं होती है तो व्यापक पैमाने पर पत्रकार की सुरक्षा को लेकर बिहार में आंदोलन चलाया जाएगा।
मौके पर थे विभिन्न राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों के प्रमुख कार्यकर्ता लोजपा नेता प्रमोद पासवान, चंदन पासवान, विकास सिंह, दीपक सिंह, विकास पंडित, रूपेश सिंह, मनोज मंडल, बसंत राना, चंदन मंडल, राजकुमार बजाज, विक्रम यादव, विकास यादव, सुमन पासवान, सहित नेशनल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अबोध ठाकुर जिलाध्यक्ष लाल मोहन महाराज, प्रमंडलीय महासचिव सुनील जख्मी, प्रमंडली कोषाध्यक्ष शशीकांत सुमन, मो हैदर अली, मो इम्तियाज, नरेश आनंद, अभिजीत सिंह, पुनीत सिंह सुमित आनंद ,संजय सिंह, संतोष कुमार और प्रिंस कुमार, संजीव कुमार, त्रिभुवन चैधरी सहित बड़ी संख्या में जिले के पत्रकार मौजूद थे।