बिहार ब्रेकिंग डेस्क
आज पटना में भीषण ठंड के बीच लालू प्रसाद यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने उनके सरकारी आवास पर पहुंच गए। लालू यादव के साथ उनके पुत्र और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे। लगभग डेढ़ महीने के बाद लालू यादव राबड़ी आवास से निकलकर सीएम हाउस पहुंचे हैं। दूसरी ओर बीजेपी ने शुक्रवार को अचानक अपने विधायकों की बैठक बुलाई है। नये साल में हो रही इस सियासी मुलाकात से राजनैतिक हलचल बढ़ गई है। लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर यह मुलाकात बेहद खास है क्योंकि अचानक लालू यादव नीतीश कुमार से मिलने उनके आवास पर पहुंचे।
शुक्रवार को ही बीजेपी ने अपने विधायकों की बैठक बुला ली। नीतीश पर आक्रामक रहने वाले चिराग पासवान के तेवर भी उनके प्रति नरम हैं। इन तमाम परिस्थितियों में लालू यादव खुद चलकर नीतीश कुमार के पास पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि हालात को मैनेज करना नीतीश-लालू मुलाकात का असली मकसद है। इधर नीतीश कुमार कोई भी बड़ा फैसला अचानक लेने के लिए जाने जाते हैं। नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री पशुपति कुमार पारस कह चुके हैं कि जनवरी के अंत तक नीतीश कुमार बड़ा फैसला लेंगे। शुक्रवार को ही बीजेपी ने अपने विधायकों की बैठक बुला ली। नीतीश पर आक्रामक रहने वाले चिराग पासवान के तेवर भी उनके प्रति नरम हैं। इन तमाम परिस्थितियों में लालू यादव खुद चलकर नीतीश कुमार के पास पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि हालात को मैनेज करना नीतीश-लालू मुलाकात का असली मकसद है।
इन तमाम परिस्थितियों में कयास लगाए जा रहे थे कि लालू यादव और नीतीश कुमार के बीच दूरी बढ़ रही है। लेकिन 2024 में बीजेपी को केंद्र की सत्ता से बेदखल करने के लिए इंडिया गठबंधन बनाया गया। विपक्षी दलों को एकजुट करने में पसीना बहाने वाले नीतीश कुमार ने संयोजक पद लेने से इनकार कर दिया। इस बीच उनकी पार्टी जेडीयू ने सीट शेयरिंग का फार्मूला तय होने से पहले बिहार की 17 लोकसभा सीटों पर दावा ठोक दिया। जदयू का साफ कहना है कि सीट बंटवारे का मसला जल्द हल हो जाना चाहिए। इधर लालू यादव और कांग्रेस का कहना है कि सीट बंटवारे में कोई जल्दीबाजी नहीं है।