बिहार ब्रेकिंग डेस्क
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 96,823 नवनियुक्त शिक्षकों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह का दीप प्रज्ज्वलित कर विधिवत शुभारंभ किया। गाँधी मैदान में आयोजित इस नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में पटना के प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि ने मुख्यमंत्री को पौधा भेंटकर उनका अभिनंदन किया। समारोह में मुख्यमंत्री के समक्ष शिक्षा विभाग की उपलब्धियों पर आधारित लघु फिल्म प्रदर्शित की गयी। मुख्यमंत्री ने उच्च माध्यमिक विद्यालय (कक्षा 11-12), माध्यमिक विद्यालय (कक्षा 9-10) एवं प्राथमिक विद्यालय (कक्षा 1-5) के कुल 96 हजार 823 नवनियुक्त शिक्षकों में से 12 शिक्षकों को सांकेतिक रूप से नियुक्ति पत्र प्रदान किया।
राज्य सरकार ने शिक्षक नियुक्ति के दूसरे चरण में भी बड़े पैमाने पर नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र के रूप में तोहफा दिया है। भारत के इतिहास में पहली बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व में एक ही विज्ञापन से 2 नवंबर 2023 को बिहार में 1 लाख 20 हजार 336 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया जा चुका है। विद्यालय अध्यापकों की नियुक्ति के द्वितीय चरण में कुल चयनित 96,823 शिक्षकों में 51 प्रतिशत महिलायें नियुक्त हुई हैं। द्वितीय चरण में शिक्षकों की नियुक्ति के बाद अब बिहार में छात्र-शिक्षक का अनुपात 35:1 हो गया है जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में एक प्रभावी कदम है।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षक नियुक्ति के दूसरे चरण में नवनियुक्त शिक्षकों के इस नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में उपस्थित आप सभी लोगों का मैं अभिनंदन करता हूं। आज पटना के इस ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में सीमित संख्या में 26,935 नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया जा रहा है। इसके साथ-साथ आज पूरे बिहार में जिला मुख्यालयों पर कुल 96,823 नवनियुक्त शिक्षकों के लिए नियुक्ति पत्र वितरण समारोह का आयोजन किया गया है। यह बड़ी खुशी की बात है कि आज जितने नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया जा रहा है उनमें 51 प्रतिशत महिलायें सम्मिलित हैं। हमने महिलाओं को काफी प्रोत्साहित किया है और आज यहां के इस कार्यक्रम में बड़ी तादाद में महिलायें उपस्थित हुई हैं। पूरे बिहार से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस कार्यक्रम से आयुक्तगण, जिलाधिकारीगण, पुलिस अधिकारीगण, शिक्षा विभाग के पदाधिकारीगण, नवनियुक्त शिक्षकगण एवं विशिष्ट अतिथिगण जुड़े हुए हैं। आप सभी को मालूम है कि बिहार में बड़े पैमाने पर बहाली हो रही है। हमलोगों ने दो-ढाई माह पहले 01 लाख 20 हजार से अधिक नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया था और आज विद्यालय अध्यापकों की नियुक्ति के द्वितीय चरण में 96,823 नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया जा रहा है। इसके बाद शिक्षकों के जो शेष पद रिक्त हैं उनपर भी जल्द ही बहाली की जायेगी। हम चाहते हैं कि बच्चे बच्चियों का पठन-पाठन और अधिक बेहतर ढंग से हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के अलावा दूसरे राज्यों एवं देश से बाहर के लोग भी आकर बिहार में शिक्षक बने हैं, यह प्रसन्नता का विषय है। बिहार के लोग भी बाहर जाकर अलग-अलग प्रदेशों में एवं देश के बाहर नौकरी करते हैं इसलिए हमने शुरू में ही कहा था कि बिहार के अलावा बाहर के लोगों को भी यहां होनेवाली बहाली में शामिल होने का अवसर प्रदान किया जाएगा, इसको लेकर मेरी आलोचना भी हुई थी। दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, उत्तराखंड, झारखंड समेत कई दूसरे राज्यों के लोग बिहार में शिक्षक नियुक्त हुए हैं। बिहार में बाहर के लोग जो शिक्षक नियुक्त हुए हैं मैं उनका भी स्वागत करता हूँ। बिहार में 01 लाख 21 हजार पदों पर हुई शिक्षक बहाली में 8 लाख से अधिक युवक-युवतियों ने भाग लिया था। मेरी यह इच्छा है कि आप सभी नवनियुक्त शिक्षकगण अपने दायित्वों का निर्वहन ठीक ढंग से करियेगा ताकि बच्चों का भविष्य उज्ज्वल और बेहतर बने। हमलोग सबके उत्थान के लिए काम करते हैं। बिहार में द्वितीय चरण में जिन 96,823 शिक्षकों की नियुक्ति हुई हैं उनमें 85 प्रतिशत बिहार के हैं और 15 प्रतिशत बिहार से बाहर के रहनेवाले युवक-युवतियां शिक्षक नियुक्त हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006-07 में हमलोगों ने बड़े पैमाने पर पंचायत एवं नगर निकायों के माध्यम से शिक्षकों का नियोजन शुरू कराया था ताकि गरीब-गुरबा तबके के बच्चें बच्चियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान किया जा सके। पंचायत समितियों एवं नगर निकायों के माध्यम से कुल 3 लाख 68 हजार शिक्षकों का नियोजन हुआ है। नियोजित शिक्षकों को भी बहुत जल्द सरकारी शिक्षक बनाने के लिए प्रक्रिया शुरू की जायेगी। इसके लिए सामान्य परीक्षा का आयोजन कराया जाएगा जिसमें उतीर्ण होनेवाले सभी नियोजित शिक्षक सरकारी शिक्षक बन जायेंगे। नियोजित शिक्षकों को परीक्षा उतीर्ण करने के लिए तीन अवसर प्रदान किया जाएगा। हमने कहा था कि 7 निश्चय-2 के तहत 10 लाख युवक- युवतियों को सरकारी नौकरी एवं 10 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया जाएगा। अब तक 3 लाख 63 हजार से अधिक लोगों की बहाली हो चुकी है और 5 लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। हमलोग शीघ्र ही रिक्त पदों पर बहाली का काम शुरू करेंगे और बहुत जल्द 5 लाख लोगों की बहाली का काम भी पूरा हो जाएगा। शिक्षा विभाग के अलावा दूसरे विभागों में भी बहाली हुई है। एक से डेढ़ साल के अंदर हमलोग 10 लाख नौकरी और 10 लाख लोगों को रोजगार देने का वादा पूरा कर देंगे। शिक्षा विभाग के अतिरिक्त अन्य विभागों में रिक्त पदों पर बहाली की जायेगी। इस प्रकार बिहार में 10 लाख से भी ज्यादा लोगों की बहाली होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग काम करते हैं, दुष्प्रचार नहीं करते हैं। हमारे पत्रकार मित्रों पर अंकुश लगने के कारण वे बिहार में हो रहे विकासात्मक कार्यों को चाहकर भी प्रकाशित नहीं कर पाते हैं। हमलोग बिहार के सभी पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यालय खोल रहे हैं। इसके लिए 2,768 नये विद्यालय भवन और 3,530 क्लास रूम का निर्माण कराया जा रहा है। इस मद में 7,530 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है। हमारी यही इच्छा है कि जल्द से जल्द बेहतर ढंग से नये विद्यालय भवन और क्लासरूम का निर्माण हो जाए। वर्ष 2005 में कराए गये एक सर्वेक्षण में हमलोगों को पता चला कि बिहार में 12.5 प्रतिशत बच्चे स्कूल से बाहर हैं। इनमें अधिकांशतः अल्पसंख्यक और महादलित समुदाय के बच्चे थे जिन्हें पढ़ाने के लिए टोला सेवक और तालिमी मरकज की बहाली की गई। हमलोग शिक्षकों की तरह ही टोला सेवक और तालिमी मरकज को भी पैसा दे रहे हैं इसलिए हम उम्मीद करेंगे कि वे भी स्कूलों में जाकर अपनी सेवा दें। बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा तेजी से बहाली की प्रक्रिया पूरी की गयी है, मैं उन्हें बधाई देता हूँ। आप सभी प्रसन्न रहिये और खूब मन लगाकर बच्चों को पढ़ाइये। सभी नवनियुक्त शिक्षकों को मैं पुनः बधाई देता हूं। समारोह को उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, ऊर्जा सह योजना एवं विकास मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सह गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, प्रमंडलीय आयुक्त पटना कुमार रवि, शिक्षा विभाग के सचिव वैद्यनाथ यादव, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, जिलाधिकारी पटना चन्द्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा, प्राथमिक शिक्षा निदेशक मिथिलेश मिश्रा, माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, गणमान्य व्यक्ति, वरीय अधिकारीगण, कर्मीगण एवं नवनियुक्त शिक्षकगण उपस्थित थे, जबकि विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रमण्डलीय आयुक्तगण, जिलाधिकारीगण, पुलिस अधीक्षक, शिक्षा विभाग के अधिकारीगण, विशिष्ट अतिथिगण एवं नवनियुक्त शिक्षकगण जुड़े हुये थे।