बिहार ब्रेकिंग डेस्क
घरेलू गैस के मूल्य में दो सौ रुपया की कमी के केन्द्र सरकार का निर्णय आगामी चुनाव के मद्देनजर जनता को झांसा में डालने वाला कदम है लेकिन देश की जनता भाजपा के किसी झाँसे में नहीं आने वाली है। उक्त बातें बिहार सरकार के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की मंत्री लेशी सिंह ने कहीं। मंत्री सिंह ने कहा कि एक तरफ विगत 10 वर्षों में घरेलू गैस सिलेंडर की मूल्यों में सात सौ रूपये की बढ़ोतरी कर बारह सौ रुपया में सिलेंडर की आपूर्ति की जा रही थी जिससे महिलाओं के घरेलू खर्च पर बुरा प्रभाव पड़ता था जिससे देश भर की महिलाएँ केन्द्र सरकार पर आक्रोशित थी। महिलाओं की यही जनाक्रोश आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए भारी न पड़े इसका अंदेशा भाजपा को लग गया था। इसी का परिणाम है कि आनन -फानन में मात्र दो सौ रुपया की मूल्यों में कमी कर जनता के प्रति सहानभूति का ढिंढोरा पीटने के लिए कदम उठाया है
उन्होंने कहा कि देश की जनता भाजपा के झाँसे में आनेवाली नहीं है क्योंकि उन्हें पता है लगातार पेट्रोल -डीजल -घरेलू गैस के दामों में भारी बढ़ोतरी कर गरीब जनता के उपर मँहगाई का बोझ डाला गया और उनमें से कुछ दाम कम कर जनता की सहानुभूति बटोरने का एक कुत्सित प्रयास है। मंत्री सिंह ने कहा कि आज देश में उज्जवला योजना के तहत जितने भी परिवारों को गैस चूल्हे आवंटित किया गया है बढ़ती घरेलू गैस के दाम के मद्देनजर गरीब के लिए वह सिलेंडर एक वस्तु मात्र बनकर घर में बैठने, समान रखने में लोग उपयोग करते हैं।
उन्होंने कहा एक तरफ भाजपा द्वारा उज्जवला योजना के नाम गरीब को धुँआ से मुक्ति दिलाने का अद्भुत कार्य बताया जा रहा है वहीं घरेलू गैस का दाम बढ़ाकर गरीबों को घरेलू गैस खरीदने में भारी आर्थिक बोझ के कारण गरीब गैस का उपयोग करने से असमर्थ हैं जिससे आमजन खासकर गरीब महिलाओं में केन्द्र सरकार के प्रति भारी जनाक्रोश व असंतोष व्याप्त है। आगामी लोकसभा चुनाव में देश की महिलाओं का केन्द्र सरकार को जनाक्रोश का खामियाजा उठाना पड़ेगा। आमजन पर मँहगाई की मार भाजपा को चुनाव में मँहगा साबित होगा।