बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में महागठबंधन द्वारा आयोजित महारैली में शामिल हुए। आयोजकों ने मुख्यमंत्री को मखाना की बड़ी माला, पगड़ी एवं प्रतीक चिंह भेंटकर उनका अभिनंदन किया।
जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं सबसे पहले महारैली में उपस्थित लोगों का स्वागत एवं अभिनंदन करता हूं। महागठबंधन के सभी सात दलों ने मिलकर यह तय किया कि हम एक साथ पहली सभा पूर्णिया में करेंगे। जब हमलोगों ने सात दलों के साथ यहां मिलकर सरकार बनाई तो केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह दिल्ली से आकर यहां क्या-क्या भाषण दिये थे? आज फिर वे यहां भाषण दे रहे हैं। इनका क्या अनुभव है, राजनीति के बारे में ये क्या जानते हैं? हमने इनकी पार्टी के नेताओं के साथ काम किया है। ये अपनी पार्टी के नेताओं को भी नहीं जानते हैं। केंद्र में बैठी सरकार काम कुछ नहीं कर रही है, सिर्फ प्रचार के काम में जुटी है। इनलोगों ने हर चीज पर कब्जा कर लिया है। देश हित में कोई काम नहीं हो रहा है। इनलोगों को सिर्फ अनाप-शनाप भाषण देने में विश्वास है। बिहार के विकास में इनलोगों का कोई योगदान नहीं है। वर्ष 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव के वक्त इन्होंने बिहार को मदद करने की घोषणा की थी लेकिन आज तक कुछ नहीं किये और न ही कर रहे हैं। हर राज्य के लिये केंद्र की जो योजनायें हैं वो भी जैसे-तैसे आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि बिहार को 1 लाख 25 हजार करोड़ रुपये का विशेष पैकेज देने की इन्होंने घोषणा की थी लेकिन पिछले 8 सालों में बिहार को मात्र 59 हजार करोड़ रुपये मिल पाया। भाजपा के लोग पूर्णिया में आकर सबसे पहले यहां एयरपोर्ट बनाने की बात कही थी। इसके लिये हमने एक-एक चीज तय भी कर दिया। जमीन देने के लिये भी तैयार हैं लेकिन इस दिशा में कोई काम नहीं हुआ। ये लोग भाषण देकर लोगों को गुमराह करने का काम करते हैं। बिहार के विकास के लिये जो भी जरूरी काम है उसको राज्य सरकार अपने बलबूते आगे बढ़ा रही है। जब तक यहां एयरपोर्ट शुरू नहीं होगा मुझे संतोष नहीं होगा। लोगों को सुविधा प्रदान करने एवं उन्हें आगे बढ़ाने के लिये हर प्रकार से काम किया जा रहा है। हर क्षेत्र में विकास का काम हो रहा है। साथ ही उसके मेंटेनेंस की भी व्यवस्था की गई है। चाहे वह पुल-पुलिया हो या स्कूल, अस्पताल हो, सरकारी भवन हो सबको मेंटेन रखने का काम निरंतर जारी है, ताकि लोगों को असुविधा न हो। हमलोग महागठबंधन के सभी सात पार्टियां मिलकर पूरी एकजुटता के साथ बिहार के विकास के लिये काम कर रहे हैं। हमलोगों का लक्ष्य है कि 10 लाख लोगों को नौकरी के साथ-साथ अधिक से अधिक लोगों के लिये रोजगार का अवसर पैदा हो। इस दिशा में काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। भाजपा से अलग होकर जब हम महागठबंधन में आये तो देश भर के विभिन्न पार्टियों के नेताओं ने फोन कर मुझे धन्यवाद दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में हम सब पूरी एकजुटता के साथ काम कर रहे हैं। देश के अन्य राज्यों के लोग भी जब पूरी मजबूती से एकजुट होंगे तभी भाजपा से मुक्ति मिलेगी । कांग्रेस पार्टी भी अब देर न करे, जल्द से जल्द निर्णय लेकर सबको एकजुट करने की दिशा में आगे बढ़े। जब हम सब एकजुट रहेंगे तो वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा 100 सीट से भी नीचे चली जायेगी। ये लोग हिंदू मुस्लिम को लड़वाकर देश को बर्बाद करना चाहते हैं। आजादी की लड़ाई से इनका कोई सरोकार नहीं रहा है। वर्ष 2013 में जब अटल जी बीमार हुए तब हमने श्री लाल कृष्ण आडवाणी जी को नेतृत्व करने की बात कही लेकिन जब यह नहीं हुआ तब हम अलग हो गये। वर्ष 2015 के बाद फिर ये लोग हमको अपने साथ लाने की कवायद में जुट गये तब हम फिर साथ हुए जिसके चलते इन्हें वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में फायदा हो गया। इसके बाद ये लोग वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में हमारे ही पार्टी के प्रत्याशियों को हराने में लग गये। हमारी पार्टी के सभी लोगों ने यह महसूस किया तब हमने इनलोगों का साथ छोड़ने का निर्णय किया। हम आपलोगों के हित में जीवनभर काम करेंगे। मेरी कोई व्यक्तिगत ख्वाहिश नहीं है। लोकसभा के चुनाव में अब इनकी दाल गलने वाली नहीं है। बिहार में हमलोग एकजुट हैं, पूरे देश में इसी तरह से एकजुटता होगी तभी देश का भला होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के लोग अपने नेताओं को भी याद नहीं रखते हैं और न ही उनके कामों की चर्चा करते हैं। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी, श्री लाल कुष्ण आडवाणी, श्री मुरली मनोहर जोशी, स्व० अरुण जेठली का नाम लेना भी ये लोग पसंद नहीं करते हैं। आज कल जिनलोगों को कोई अनुभव नहीं है, वही लोग बोलते रहते हैं। हम पर ये आरोप लगाते हैं कि इन्होंने स्व० जॉर्ज फर्नांडिस की उपेक्षा की है। वर्ष 1994 में जब जनता दल से अलग हुए तब हम पार्टी में जेनरल सेक्रेट्री थे। हम हमेशा उनके साथ रहे हैं। हमने कभी जॉर्ज साहब का विरोध नहीं किया है। वर्ष 2003 में जब जदयू का गठन हुआ तब जॉर्ज साहब ही पार्टी के अध्यक्ष थे। वर्ष 2006 के बाद शरद यादव जी अध्यक्ष बने। जॉर्ज फर्नांडिस साहब हो या शरद यादव जी हम कभी भी इनके खिलाफ नहीं रहे हैं। वर्ष 2009 में जब वे चुनाव हार गये तब हमने उनको राज्यसभा भेजा जॉर्ज साहब की जब तबीयत खराब थी तब भी हम निरंतर उनसे जुड़े रहे। भाजपा नेताओं का काम है मेरे खिलाफ बोलते रहना और मेरे विरोध में बयान देकर अपना प्रचार करना। श्री जीतन राम मांझी जी को हमने मुख्यमंत्री बनाया और ये लोग कहते हैं कि उन्हें धोखा दिया गया। आपके साथ जब श्री जीतन राम मांझी जी थे तो आपने उनके साथ क्या किया? आपने क्या बनाया? उन्होंने कहा कि हम सब पूरी मजबूती के साथ एकजुट हैं और आगे भी एकजुट रहकर बिहार के विकास के लिये काम करेंगे। गड़बड़ करने वालों के खिलाफ आवाज बुलंद करते रहेंगे। आजकल भाजपा अन्य पार्टियों में सेंधमारी करने के काम में जुटी हुई है। विभिन्न दलों के नेताओं को अपने साथ जोड़ने की रणनीति के तहत काम कर रही है लेकिन वैसे लोगों को वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद यह पता चल जायेगा कि किस आधार पर उन्हें वे अपने साथ जोड़ने का काम किया था । आपस में प्रेम और सद्भाव का माहौल कायम रहे इसके लिये हमलोग काम करते हैं। आपस में झगड़ा लगाना हमारा काम नहीं है। सभी धर्म संप्रदाय के लोग एकजुट रहें। आजकल मुस्लिम समुदाय में भी इधर उधर करने की कोशिश हो रही है। एक पार्टी है जो भाजपा के लिये काम कर रही है, जिनके 5 विधायकों में से 4 विधायक अब महागठबंधन के साथ हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कभी भी ऐसे लोगों की बातों में नहीं आइयेगा । ये लोगों को बांटकर देश में नफरत पैदा करना चाहते हैं। सीमांचल के इन चार जिलों में यह चर्चा थी कि इसको भी अलग किया जायेगा। सातों पार्टी के लोगों ने मिलकर बैठक की, सबको मिलकर रहना है। जो लोग इधर-उधर करना चाहते हैं वे अपने मनसूबे में कामयाब नहीं होंगे। हमलोग आपके हित में काम करते रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने समाधान यात्रा में 4 जनवरी से 16 फरवरी तक बिहार के हर जिले का दौरा कर लोगों की समस्यायें सुनी, लोगों से बातचीत भी की। लोगों की समस्याओं के निष्पादन के लिये अधिकारी काम कर रहे हैं। सात निश्चय योजना-1 के तहत काम किया गया और अब सात निश्चय योजना-2 के तहत लोगों को सुविधा प्रदान करने की दिशा में काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। युवाओं को रोजगार एवं नौकरी देने का काम भी किया जा रहा है। अल्पसंख्यक समुदाय के अधिक से अधिक लोगों को शिक्षित करने एवं मदरसा शिक्षकों की बेहतरी के लिये काफी काम किया गया। हमलोग विकास कार्यों के प्रति संकल्पित हैं। यह सोशल मीडिया का दौर है, एक दूसरे के प्रति प्रेम और भाइचारे का माहौल कायम रखें। दुष्प्रचार करनेवालों के चक्कर में न पड़े। आपकी जो भी जरूरते हैं उसको पूरा किया जायेगा। यदि बिहार को विशेष राज्य का दर्ज मिल जाता तो बिहार काफी आगे बढ़ता । हमलोग जाति आधारित गणना करा रहे हैं। इसमें लोगों की आर्थिक स्थिति की जानकारी भी दर्ज की जा रही है। पहले फेज में घरों की गणना की गई है। दूसरे चरण का काम भी जल्द शुरू होने वाला है। जाति आधारित गणना में जब हर परिवार के लोगों का ब्योरा मिल जायेगा तो उसी के अनुरूप उन्हें आगे बढ़ाने की योजनायें तय की जायेंगी। अन्य राज्य के लोगों में भी इसको लेकर सुगबुगाहट है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में बड़े पैमाने पर शिक्षकों की बहाली की गई है। पुनः बड़ी संख्या में बहाली होगी, आप सब चिंता नहीं करें। हमलोग शिक्षकों का तनख्वाह भी और बढ़ानेवाले हैं। हर चीज काफी बेहतर ढंग से होगा। हम सातों दल के लोग एकजुट हैं। अन्य राज्य के लोगों से भी बातचीत हो रही है। जब सब एकजुट हो जायेंगे तब देश को भाजपा से मुक्ति मिलेगी। देश की आजादी की लड़ाई में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का महत्वपूर्ण योगदान है। बापू ने हिंदू-मुस्लिम एकता के लिये काम किया, ये लोग बापू को भूल गये। महात्मा गांधी की हत्या किसने की? जब भाजपा से मुक्ति होगी तब मीडिया के लोग भी इनका पोल खोलेंगे कि इन्होंने क्या-क्या किया। आप सब ने हाथ उठाकर भाजपा को सबक सिखाने का संकल्प लिया है। पूरी मजबूती के साथ सभी धर्म संप्रदाय के नौजवान, महिलायें एकजुट रहें। हम सब एकजुट रहकर बिहार के विकास के लिये काम करते रहेंगे। आज यहां से शुरुआत हुई है, यह सिलसिला हर जगह कायम होगा। आजकल ये लोग श्री जीतन राम मांझी जी पर लगे हुए हैं लेकिन हम लोग ही इनको आगे बढ़ाने लिये काम करेंगे।
जनसभा को उपमुख्यमंत्री श्री तेजस्वी प्रसाद यादव, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, राष्ट्रीय महासचिव भाकपा-माले श्री दीपांकर भट्टाचार्य, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री अखिलेश प्रसाद सिंह, वित्त वाणिज्य कर सह संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, पूर्व मुख्यमंत्री श्री जीतन राम मांझी, सी०पी०आई० नेता श्री अजय कुमार, राष्ट्रीय राज्य सचिव सी०पी०आई० श्री ओमप्रकाश नारायण, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्रीमती लेशी सिंह, सांसद डॉ० अहमद असफाक करीम, सांसद श्री संतोष कुमार कुशवाहा ने भी संबोधित किया, जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लालू प्रसाद यादव ने संबोधित किया।
इस अवसर पर भवन निर्माण मंत्री श्री अशोक चौधरी, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री श्री आलोक कुमार मेहता, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री तेजप्रताप यादव, समाज कल्याण मंत्री श्री मदन सहनी, परिवहन मंत्री श्रीमती शीला कुमारी, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री श्री ललित कुमार यादव, शिक्षा मंत्री श्री चंद्रशेखर, उद्योग मंत्री श्री समीर कुमार महासेठ, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद जमा खान, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री श्री आफाक आलम, आपदा प्रबंधन मंत्री श्री शाहनवाज आलम, सूचना एवं प्रावैधिकी मंत्री श्री इसराईल मंसूरी, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री श्रीमती अनिता देवी, खान एवं भूतत्व मंत्री श्री रामानंद यादव, सहकारिता मंत्री श्री सुरेंद्र यादव, कृषि मंत्री श्री कुमार सर्वजीत, कला एवं संस्कृति मंत्री श्री जितेंद्र कुमार राय, सांसद श्री रामनाथ ठाकुर, सांसद श्री अजय मंडल, सांसद श्री दुलाल चंद गोस्वामी, सांसद श्री मनोज झा, सांसद श्री दिलेश्वर कामत, सांसद श्री दिनेश चंद्र यादव सहित महागठबंधन के सभी घटक दलों के सांसदगण, विधायकगण, विधान पार्षदगण एवं जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।