बिहार ब्रेकिंग
बिहार दंत चिकित्सा संघ के प्रदेश सचिव डॉ अनवर अशरफ ने कहा बिहार में दंत चिकित्सकों की भारी कमी की वजह से खासकर ग्रामीण इलाकों में मुंह एवं दांतों की बीमारियों से लोग ग्रसित हैं तथा इलाज से अछूते हैं। इन के मुख्य कारण यह है कि एडीशनल पीएचसी तथा वैलनेस सेंटर पर दंत चिकित्सकों की बहाली ना होना, जबकि बीडीएस की पढ़ाई एमबीबीएस के लगभग बराबर है। अन्य राज्यों में सीएमओ पद पर दंत चिकित्सकों को बहाल किया जाता है परंतु बिहार में अभी तक बहाल नहीं किया गया। अतः आपसे आग्रह है कि जल्द से जल्द बिहार में 12 करोड़ की आबादी पर दंत चिकित्सकों की सैंक्शन 700 सीट को बढ़ाकर 10,000 किया जाए, जिससे प्रत्येक एडीशनल पीएचसी, वैलनेस सेंटर पर दांत चिकित्सकों की बहाली हो सके।
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चिकित्सकों की प्रमुख मांग:-
* दंत चिकित्सकों की सैंक्शन 700 सीट को बढ़ाकर 10,000 किया जाए
* प्रत्येक एडीशनल पीएचसी तथा वैलनेस सेंटर पर दंत चिकित्सकों की जल्द से जल्द बहाली हो
* दंत चिकित्सकों को अन्य राज्यों की तरह सीएमओ पद पर नियुक्ति की अनुमति दी जाए तथा सीएमओ पद पर नियुक्त किया जाए
* सभी मेडिकल कॉलेज के डेंटिस्ट्री डिपार्टमेंट में सीनियर रेजिडेंट की बहाली जल्द से जल्द हो हो जल्द हो
* पीडीसीएच, पटना की पेंडिंग ट्विटर पद का रिजल्ट को जल्द घोषित किया जाए तथा उस पर बहाली हो
* जिस पीएचसी तथा रेफरल हॉस्पिटल पर दंत चिकित्सकों की बहाली नहीं हुई है वहां जल्द से जल्द दंत चिकित्सकों की बहाली हो
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इस अवसर पर डॉक्टर हिब्बान, डॉ सोनल, डॉक्टर मेघना अजीत, डॉक्टर दानिश जमा, डॉक्टर रूमी रिया, डा इमरान वहाब, डॉ मीनाक्षी, डॉ प्रियंका, डॉ आशुतोष, डॉ संजीव, डॉ प्रेम, डॉ मनीष, डॉ अमित, डॉ पुष्कर, डॉ राहुल, डॉ अनवर अशरफ आदि बिहार के सभी जिला के दंत चिकित्सक उपस्थित रहे।