
बिहार ब्रेकिंगः बदलते वक्त में रिश्तों को लेकर लोगों का समपर्ण भी कम हुआ है। प्यार और भरोसा सबकुछ तार-तार होने लगा है। दौलत की प्यास में रिश्ते अक्सर लालच की भेंट चढ़ जाते हैं। धोखाधड़ी का एक ऐसा हीं मामला सामने आया है जिसमें पिता और पुत्र के बीच का रिश्ता लालच की भेंट चढ़ गया। लखीबाग, मसौढ़ी (शनि मंदिर के पीछे) निवासी दिलबहार चैधरी ने अपने प्रथम पुत्र के साथ मिलीभगत कर अपने ही दो संतानों का गलत हस्ताक्षर करके गैर कानूनी तरीके से जमीन बेच दिया। दिलबहार चौधरी के मंझले पुत्र बिजेंद्र चैधरी ने बताया कि वर्ष 2008 में पिता दिलबहार चौधरी ने बड़े भाई सुरेन्द्र चैधरी के साथ मिलकर थाना संख्या दृ 27, वार्ड संख्या- 21, तौजी संख्या- 5204, खाता संख्या- 24, प्लौट संख्या- 66, सर्किल संख्या- 260, होल्डिंग संख्या- 2842ए, मुहल्ला- जयप्रकाश नगर को गलत ढंग से जमीन बेच दिया। गौरतलब है कि दिलबहारचौधरी के तीन पुत्र सुरेन्द्र चैधरी, बिजेंद्र चैधरी और राजेन्द्र कुमार हैंद्य इनमे बिजेंद्र चौधरी और राजेन्द्र कुमार सरकारी कर्मी हैं जो पटना में कार्यरत हैं, जबकि इनके बड़े भाई सुरेन्द्र चौधरी नियोजित शिक्षक हैं जो सपरिवार गाँव पर ही रहते है.

बिजेंद्र चैधरी ने बताया कि 3 फरवरी 2018 को पंचों की बैठक बुलाकर सर्वसम्मति से शेष भूमिध्सम्पति का बंटवारा कर दिया गयाद्य बावजूद इसके पिता दिलबहार चौधरी मेरे बड़े भाई सुरेन्द्र चौधरी के साथ मिलकर पुनः हमारे (बिजेंद्र चैधरी एवं राजेन्द्र कुमार) हिस्से की सोनकुकरा/लखीबाग स्थित जमीन को गलत तरीके से बेचने में लगे हैं, जिसका खाता संख्या- 10, प्लौट संख्या- 289, थाना संख्या- 153, तौजी संख्या- 1149 है। इस सन्दर्भ में सिविल कोर्ट मसौढ़ी में बिजेंद्र यादव और राजेन्द्र कुमार ने वाद भी दर्ज कराया है। इस सम्बन्ध में सिविल कोर्ट मसौढ़ी द्वारा बिजेंद्र चौधरी और सुरेन्द्र चैधरी को लीगल नोटिस भी जारी किया है।