सनातन संस्कृति चेतना परिषद् की तुलसी जयंती समारोह की समीक्षा बैठक संपन्न। तुलसी जयंती पर पटना के बापू सभागार में लगेगा ब्राह्मणों का जमावड़ा।
तुलसी जयंती पर बिहार के कोने कोने से जुटेंगे ब्राह्मण के प्रतिनिधि-मिथिलेश तिवारी।
बिहार ब्रेकिंग
सनातन संस्कृति चेतना परिषद् की बैठक कार्यकारी अध्यक्ष एवं बिहार के जाने माने चिकित्सक डॉ मनोज कुमार की अध्यक्षता में पटना के बिहार इंडस्ट्री एसोसिएशन सभागार में संपन्न हुई। बैठक में आगामी सात अगस्त को शहर के बापू सभागार में आयोजित होनेवाली संत गोस्वामी तुलसीदास की जयंती के सफल आयोजन हेतु समीक्षा की गयी। पूर्व विधयक तथा सनातन संस्कृति चेतना परिषद के संरक्षक मिथिलेश तिवारी ने गोपालगंज, छपरा, सिवान, मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, मुजफ्फरपुर, वैशाली समेत कई जिलों के सघन दौरे के बाद बैठक में भाग ले रहे लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि तुलसी जयंती को लेकर ब्राह्मण समाज के लोग काफी उत्साहित हैं और जयंती को लेकर उनका अपार जनसमर्थन मिला है जिससे आयोजक मंडली का भी उत्साह चौगुना हो गया है। यह आयोजन आनेवाले दिनों में सनातन संस्कृति के संरक्षण में मिल का पत्थर साबित होगा।
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तिवारी ने कहा कि सात सितम्बर को हजारों-हजार की संख्या में शास्त्रों एवं वेदों के संरक्षक ब्राह्मण समाज के लोग पटना पहुँचेगे और गोस्वामी तुलसीदास की जयंती को ऐतिहासिक रूप से सफल बनाने में अपना पूर्ण योगदान देंगे। पूर्व विधायक तिवारी द्वारा गोस्वामी तुलसीदास के जयंती के आयोजन को लेकर विभिन्न विभाग बनाकर कार्यकर्ताओं को अलग-अलग जिम्मेवारी सौंपी। कार्यक्रम की सपफलता के लिए वैशाली से जिला पार्षद मनीष शुक्ला को प्रांतीय संयोजक बनाया गया और इसके साथ कई सह संयोजक बनाये गये।
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बैठक की अध्यक्षता करते हुए परिषद् के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास की जयंती के अवसर पर समाज के नवनिर्माण के लिए कई प्रस्ताव पारित किये जायेंगे और इसे लागू कराने के लिए भारत सरकार एवं बिहार सरकार से संयुक्त रूप से पहल की जायेगी। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, दिल्ली से सांसद एवं भोजपुरी सम्राट मनोज तिवारी, गोरखपुर के सांसद एवं भोजपुरी अभिनेता रवि किशन समेत कई लोग भाग लेंगे। इसके साथ ही देश स्तरीय संत-महात्माओं का समागम भी लगेगा।
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बैठक के मुख्य अतिथि पद्म विभूषण जगदगुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज के परम लाडले शिष्य एवं भारत के सुप्रसिद्ध कथावाचक उज्जवल शांडिल्य जी महाराज ने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरितमानस की रचना कर सर्वसमाज को भगवान राम के प्रति भक्ति के लिए प्रेरित किया है। आज ऐसे महान रचनाकार गोस्वामी तुलसीदास पर संपूर्ण समाज को गर्व है। उज्जवल शांडिल्य जी महाराज ने कहा कि शास्त्रों के रक्षक ब्राह्मण ही हिन्दुत्व की आत्मा हैं और उनके कंधे पर समाज के नवनिर्माण की जिम्मेवारी सदैव बनी रहती है लेकिन आज हिन्दुओं को आपस में तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इसलिए ब्राह्मणों को अत्याचारी बताकर उसे नीचा दिखाने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि सच्चाई यह है कि ब्राह्मणों पर हीं आज तक सबसे अध्कि अत्याचार हुए हैं। मुगल शासक जब आक्रमण करते थे तो सबसे पहले मंदिरों और ब्राह्मणों को ही लूटते-काटते थे। ब्राह्मण सदा से ही गरीब रहा और स्वयं सत्ता का सुख नहीं भोगा लेकिन दूसरे को आगे करके नये समाज का निर्माण करते रहा जिसका इतिहास भी गवाह है।
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महाराज जी ने प्रतिनिधियों से तुलसी जयंती समारोह को सफल बनाने के लिए सभी लोगों से आगे आने की अपील भी की। बैठक में परिषद् के पदाधिकारियों द्वारा महाराज जी का अंगवस्त्राम से स्वागत अभिनंदन करते हुए श्रीमद्भगवदगीता सप्रेम भेंट की गयी। बैठक का संचालन सनातन संस्कृति चेतना परिषद् के सचिव विंध्याचल पाठक ने किया। बैठक को परिषद के उपाध्यक्ष एवं पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता संजीव कुमार मिश्र, प्रवक्ता मनीष तिवारी, अर्चना ठाकुर, सीताराम पाण्डेय, डॉ ममता पाण्डेय, शशिकांत ओझा, आनन्द पाठक, बंटी मिश्रा, श्याम कुमार पाण्डेय, पिंकु मिश्रा, मार्कण्डेय मिश्रा, अनिकेत झा, प्रो अरविन्द कुमार मिश्र, नवनीत चौबे, अजय कुमार मिश्र, ध्नवन पाठक, विंध्याचल पाठक, मिथिलेश पाण्डेय, रविकान्त पाण्डेय, जय प्रकाश दूबे, आशुतोष पाण्डेय, सुनील पाठक, मनीष पाठक, रचना पाण्डेय, आनन्द कुमार मिश्रा, अनिल पाण्डेय, ए के शांडिल्य, सहित कई लोगों ने संबोधित किया।