बिहार डेस्क-पटना
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में गया समाहरणालय सभा कक्ष में पितृपक्ष मेला महासंगम 2018 की तैयारियों के संबंध में समीक्षा बैठक की गई। इस बैठक में जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से पितृपक्ष मेला 2018 से संबंधित प्रशासनिक तैयारियों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। जिलाधिकारी ने बताया कि पितृपक्ष मेला 2018 के शांतिपूर्ण एवं सफल आयोजन हेतु कई तरह की तैयारियां की गयी हैं। इसके अन्तर्गत 16 कार्य समितियों का गठन, आगन्तुकों के लिए आवासन, जलापूर्ति, शौचालय, साफ-सफाई, सुरक्षा, स्वच्छता, निर्बाध विद्युत आपूर्ति, 72 स्थानों पर पुलिस शिविर, 192 स्थानों पर सीसीटीवी, जगह-जगह दंडाधिकारियों एवं पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती, चिकित्सा सुविधा हेतु स्वास्थ्य शिविर, यातायात एवं परिवहन की व्यवस्था के लिए रिंग बस सहित आनेवाले श्रद्धालुओं की सभी सुविधाओं एवं सहूलियतों को ध्यान में रखते हुए पूरी तैयारी की गई है। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को बताया कि खाद्य पदार्थों की शुद्धता की जांच, सड़क एवं नाली मरम्मत, क्राउड कंट्रोल, सादे लिबास में पुलिस बल की तैनाती, मोबाइल एप्प, कॉल सेंटर, वेबसाइट एवं हेल्पलाइन नम्बर (8448596580) के माध्यम से पितृपक्ष मेला 2018 से संबंधित हर प्रकार की जानकारी उपलब्ध कराने हेतु पुख्ता प्रबंध किये गये हैं। पितृपक्ष मेला 2018 के संदर्भ में जिला प्रशासन द्वारा तैयार किये गए लघु वृत्तचित्र ‘पितृपक्ष महासंगम’ को भी मुख्यमंत्री के समक्ष प्रदर्शित किया गया।
समीक्षा बैठक के क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि पितृपक्ष मेले मे बड़ी संख्या में लोग श्रद्धा के साथ पहुंचते हैं। यह राजकीय मेला है ऐसे में साफ सफाई एवं स्वच्छता का पूरा प्रबंध होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि घाटों, तालाबों एवं रास्तों की नियमित रूप से सफाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि तालाबों की स्वच्छता का विशेष रुप से ख्याल रखना होगा क्योंकि बड़ी संख्या में श्रद्धालु तालाबों में स्नान करते हैं, इसलिए पानी की स्वच्छता के साथ साथ उसकी निकासी भी आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर सूरत-ए-हाल में चैबीसों घंटे बिजली की निर्बाध आपूर्ति होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लावारिस पशु शहर के अंदर विचरण कर रहे हैं उन्हें पकड़कर गौशाला में रखने की तत्काल व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि पितृपक्ष मेले में आने वाले दिव्यांग एवं वृद्ध व्यक्तियों के लिए विशेष सुविधा सुनिश्चित की जाए, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो। उन्होंने कहा कि शौचालय की नियमित सफाई होनी चाहिए। असामाजिक तत्वों पर विशेष निगाह रखने की आवश्यकता है। रेलवे के सभी प्लेटफार्म पर सीसीटीवी लगाने का तत्काल प्रबंध किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुनपुन तक परिवहन व्यवस्था का सुचारु रुप से परिचालन हो। उन्होंने कहा कि मेला परिसर में लगे जर्जर बिजली के तारों को जल्द बदला जाए, पैसे की कोई कमी नहीं है जो भी जरूरत होगी, उसे पूरा किया जाएगा। इस समीक्षा बैठक के क्रम में मुख्यमंत्री ने गया में लगने वाले रोप-वे के विषय में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि राजगीर और बांका में रोपवे का काम हो रहा है ऐसे में यहां पर क्या दिक्कतें आ रही हैं उसका तत्काल समाधान सुनिश्चित किया जाए। समीक्षा बैठक में गृह विभाग, ऊर्जा विभाग, परिवहन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पर्यटन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, सहित मेले की तैयारी से संबंधित अन्य विभागों के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अपनी तैयारियों के बारे में विस्तार से बताया। शिक्षा मंत्री सह गया के प्रभारी मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिन्ह प्रदान किया। बैठक में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी पितृपक्ष मेले से जुड़ी कई समस्याएं मुख्यमंत्री के समक्ष उठायी, जिसका तत्काल समाधान करने का निर्देश मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को दिया।
इस अवसर पर शिक्षा, विधि एवं गया जिला के प्रभारी मंत्री कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा, कृषि मंत्री प्रेम कुमार, सांसद हरि मांझी, विधायक अभय सिन्हा, विधायक विनोद यादव, मुख्य सचिव दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक केएस द्विवेदी, प्रधान सचिव गृह आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष वर्मा, परिवहन सचिव संजय अग्रवाल समेत अन्य विभागों के प्रधान सचिव/सचिव, जिलाधिकारी एवं एसएसपी उपस्थित थे।