बिहार ब्रेकिंग
भारत में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। देश में एक से बढ़ कर एक कलाकार हैं। ऐसे ही एक कलाकार हैं कर्नाटक के बंगलौर के रहने वाले श्रीनिवासुलु एम आर। ये एक पेंटिंग्स के आर्टिस्ट होने के साथ ही भारतीय शास्त्रीय नर्तक भी हैं। ये अपनी पेंटिंग्स में कलम के खाली रिफिल का प्रयोग करते हैं और हैरतअंगेज तरीके से देश दुनिया के प्रसिद्ध संरचनाओं का निर्माण करते हैं। श्रीनिवासुलु एक वास्तुकार बनना चाहते थे लेकिन अपनी माता पिता की इक्षानुसार उन्होंने कंप्यूटर विज्ञान को अपना करियर बनाया। उन्होंने कहा अपनी शिक्षा के दौरान उन्होंने अपने शौक को जिंदा रखा और विश्व प्रसिद्ध संरचनाओं के प्रतिरूप को कलम के खाली हो चुके रिफिल से बनाने का ठाना।
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श्रीनिवासुलु बताते हैं कि इस काम के उन्होंने कलम के खाली रिफिल को ही इसलिए चुना कि उन्होंने महसूस किया कि कलम के खाली रिफिल भी प्लास्टिक का ही एक प्रकार है और इसे प्लास्टिक रीसाइक्लिंग प्रक्रिया में भी शामिल नहीं किया जा सकता। उन्होंने बताया कि सबसे पहले उन्होंने कलम के खाली रिफिल को एकत्रित करना शुरू किया और फिर वर्ष 2007 में एफिल टॉवर की लघु संरचना का निर्माण शुरू किया। इस निर्माण के लिए उन्हें 200 रिफिल का उपयोग किया था और इस निर्माण के लिए उन्हें करीब 8 महीने का समय लगा था। फिर क्या था श्रीनिवासुलु का शुरू हो गया एक नया अभियान और संरचनाओं की बौछार जारी रही। चारमीनार, बिग-बेन क्लॉक, ताजमहल, पीसा की झुकी मीनार, गेटवे ऑफ इंडिया, सिएटल स्पेस नीडल, सिडनी हार्बर ब्रिज, सेंट फिलोमेना चर्च, अमृतसर स्वर्ण मंदिर और हवा महल – जयपुर। पिछले 15 वर्षों में 9400+ पेन रिफिल का उपयोग प्रसिद्ध संरचनाओं के 11 लघुचित्र बनाने के लिए पुन: किया। उन्होंने शिक्षा सत्र, पेन रिफिल की सोर्सिंग और सॉर्टिंग, लघुचित्रों की योजना और निर्माण पर 10000+ घंटे बिताए। उनका 12वां लघु हम्पी पत्थर का रथ निर्माणाधीन है और श्रीनिवासुलु वर्तमान अवशेषों के शीर्ष पर टावर और नक्काशी के साथ इसे अपने मूल रूप में लाने कोशिश कर रहे हैं।
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श्रीनिवासुलु ने बताया कि कोविड की स्थिति में पेन रिफिल एकत्रित करना एक चुनौती हो गया है बावजूद इसके वे दुनिया भर के लोगों इसके लिये मदद मांग रहे हैं। श्रीनिवासुलु को इस कलाकारी के लिए अब तक दर्जनों अवार्ड भी मिल चुका है। उन्हें इंडिया बुक ऑफ रेकॉर्ड्स, आरएचआर रिपब्लिक (यूके) वर्ल्ड रिकॉर्ड, जीआरआरएफ ग्लोबल रिकॉर्ड एंड जीआरआरएफ एशिया पैसिफिक आइकॉन, यूआरएफ ग्लोबल अवार्ड, यूनिक वर्ल्ड रिकॉर्ड, इंटरनेशनल बुक ऑफ रेकॉर्ड्स, इलीट वर्ल्ड रिकार्ड्स समेत कई अन्य अवार्ड से नवाजा गया है। श्रीनिवासुलु बताते हैं कि उनका सपना है कि एक संग्रहालय बनाएं जहां ऐसी आकृतियों को रखा जा सके और इस काम के जरिये विश्व को भी प्लास्टिक कचड़े से बचाया जा सके।