बिहार ब्रेकिंग
बिहार में बीते एक दो दिनों से एक खबर बहुत ही तेजी से फैल रही थी कि मुजफ्फरपुर शेल्टर कांड के बाद अब पटना में एक और शेल्टर कांड। मामले में शेल्टर होम में रहने वाली एक लड़की का इंटरव्यू/बाइट सोशल मीडिया में बड़ी तेजी से फैल रहा था। मामले का संज्ञान में आने के बाद जब समाज कल्याण विभाग ने जांच पड़ताल की तो कथित पीड़िता ही दोषी निकली साथ ही पटना के गायघाट स्थित शेल्टर होम संचालिका निर्दोष पाई गई है। जांच में पता चला कि शेल्टर होम संचालिका पर आरोप लगाने वाली लड़की एक झगड़ालू किस्म की लड़की है और अपनी बात मनवाने के लिए धमकियों का सहारा लेती है। मामले के सामने आने के बाद समाज कल्याण विभाग ने जब जांच की तो इसका रिजल्ट सामने आया।
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समाज कल्याण विभाग के जांच में सामने आया कि आरोप लगाने का यह वीडियो काफी पुराना है। साथ ही रिकार्ड्स को देखने के बाद पता चला कि उत्तर प्रदेश के गाजीपुर निवासी लड़की का बचपन दिल्ली के बालिका गृह में बीता है। बाद में उसकी शादी बिहार के दरभंगा निवासी विवेकानंद पासवान के साथ हुई जहां उसका एक बच्चा भी हुआ। लेकिन इसके कुछ दिनों बाद ही वह अपने पति के एक दोस्त के साथ घर से भाग गई। कुछ दिनों पति के दोस्त के साथ रहने के बाद जब वह वापस आई तो उसके पति ने उसे अपने साथ रखने से मना कर दिया और मार्च 2020 में दिल्ली ले जाने के बहाने ट्रेन में चढ़ा कर छोड़ दिया। लावारिस हालत में पाकर सीवान जीआरपी द्वारा चाइल्ड लाइन के जरिये उसका रेस्क्यू किया गया और फिर उसे छपरा स्थित बालिका गृह में रखा गया। उसकी उम्र के अनुसार उसके बालिग होने की वजह से बाल कल्याण समिति सीवान के आदेशानुसार उसे उत्तर रक्षा गृह पटना स्थानांतरित कर दिया गया।
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जांच रिपोर्ट में पाया गया है कि लड़की एक झगड़ालू प्रवृत्ति की लड़की है और पूर्व में भी उसने अपनी बात मनवाने के लिए कुछ भी कर लेने की धमकी देती रही है। रक्षा गृहों में काउंसिलिंग रिकार्ड्स के अनुसार झूठ बोलना, अन्य बालिकाओं को उकसाना, गृह कर्मियों की शिकायत करना एवं उनकी नौकरी खा जाने की धमकी देना इत्यादि उसका रोजमर्रा का काम था। बताया गया कि 23 मई 2020 को उसके हस्तलिखित आवेदन में उसने कहा है कि वह अपने पति से तलाक चाहती है साथ ही उसने अपने पति और ससुराल पक्ष के लोगों पर प्रताड़ित करने एवं बच्चा छीन लेने का आरोप लगाया है। मामले में जिला एवं राज्यस्तरीय टीम के द्वारा जांच में पाया गया कि उत्तर रक्षा गृह पटना की संचालिका पर सारे आरोप निराधार हैं क्योंकि आरोप लगाने वाली लड़की का स्वभाव विश्वसनीय नहीं है।