बिहार ब्रेकिंग
जदयू के प्रदेश सचिव रंजीत कुमार झा ने आज राजद एवं महागठबंधन के अन्य घटक दलों द्वारा समर्थित आरआरबी एनटीपीसी परीक्षाफल से असंतुष्ट एवं आक्रोषित परीक्षार्थियों के बिहार बंद को पूरी तरह से असफल बताया। झा ने कहा कि पूरे बंद के दौरान छात्रों के नाम पर विपक्षी दलों ने कुंठित मानसिकता एवं अपने अधम राजनितिक एजेंडा पर काम किया है।
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झा ने कहा कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह छात्र आन्दोलन के प्रणेता रहे हैं और छात्रों का दर्द अच्छे से समझते हैं। झा ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह जी ने खान सर के खिलाफ दर्ज मुकदमे को वापस लेने की मांग की जिसपर रेल मंत्री, भारत सरकार ने त्वरित संज्ञान लिया। अध्यक्ष जी का ऐसा मानना है कि खान साहब जैसे शिक्षक बिहार के गरीब और होनहार युवाओं का भविष्य निर्माण करते हैं। झा ने कहा कि अगर विपक्ष छात्रों के मामलों में संवेदनशील थी तो पूरे प्रकरण में राजद के युवराज, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कहाँ थे। उन्होंने कहा कि ये पूरा मामला विपक्षी दलों द्वारा अत्यंत ही संवेदनहीनता से बदल दिया गया है।
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झा ने आगे कहा कि जहाँ ये मुद्दा न कि हमारे राज्य बल्कि देश के कई और राज्यों के छात्रों के भविष्य से जुडा हुआ है, विपक्ष ने इसे अत्यंत संवेदनहीन तरीके से ओछी मंशा से राजनितिक खेल में बदल दिया है। उन्हें छात्रों के भविष्य से नहीं अपनी राजनितिक मंशाओं से मतलब है। झा ने छात्रों से ये अपील की है कि वो किसी के बहकावे में ना आयें और अपना भविष्य बनायें। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले को केंद्र सरकार भी काफी संवेदनशीलता से देख रही है साथ ही इस बात को फिर से दुहराया कि जदयू के माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह जी भी हर तरह से छात्रों के हित में हर स्तर पर पैरवी कर रहे हैं।