बिहार डेस्कः बिहार में शिक्षकों को कई बार अजीब तरह के सरकारी फरमान भी मानने पड़ते हैं। कई बार यह सवाल उठता है कि क्या सरकार के फिजूल फरमानों की वजह से शिक्षा की स्थिति चैपट हो रही है। बिहार में शिक्षकों को जनगणना का काम दिया जाता रहा है। और भी कई फरमान उनके लिए जारी होते रहे हैं। अब सरकार ने एक नया फरमान जारी किया है। मीडिया रिपोटर््स के मुताबिक सरकार ने शिक्षकों के लिए यह फरमान जारी किया है कि स्कूल के शिक्षकों एवं अन्य कर्मियों और छात्रों को यह लिखकर देना है कि वे या उनके परिवार इधर-उधर शौच नहीं करते बल्कि शौचालय का इस्तेमाल करते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक टना नगर निगम के अपर नगर आयुक्त ने 27 अगस्त को पटना के जिला शिक्षा पदाधिकारी को एक पत्र लिखा था। इसके आधार पर पटना के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने आज सभी स्कूलों को आज एक पत्र लिखा है। इस पत्र में कहा गया है कि नगर निगम के संबंधित वार्डों के सभी सरकारी और निजी स्कूलों के शिक्षकों, अन्य कर्मचारियों और छात्रों को एक लिखित घोषणा पत्र देना होगा जिसमें यह लिखना होगा कि वे और उनके परिवार वाले खुले में शौच नहीं करते हैं और शौचालय का इस्तेमाल करते हैं। निगम क्षेत्र के सभी सरकारी और निजी स्कूलों के हेडमास्टरों को यह सूचना पटना नगर निगम को मुहैया करानी है। जिला शिक्षा पदाधिकारी पटना ने आज 12 सितम्बर को पत्र जारी कर स्कूलों के हेडमास्टरों से कहा है कि वे 15 दिनों के अंदर इस घोषणा पत्र को उपलब्ध करा दें।