बिहार ब्रेकिंग
राजद के अंदर पारिवारिक लड़ाई अब बाहर भी आने लगा है। राजद के तरफ से तेजप्रताप यादव को दरकिनार किये जाने से तेजप्रताप ने अब अपने ही परिवार और पिता की विरासत पर हमला बोलना शुरू कर दिया है। विगत कुछ दिनों से तेजस्वी तेजप्रताप में खटपट इस कदर बढ़ चुका है कि तेजप्रताप ने राजद से अलग होकर अपना एक संगठन खड़ा कर लिया। इसके साथ ही धीरे धीरे राजद उन्हें दरकिनार भी करती चली गई। इसका असर यह हुआ है कि तेजप्रताप आजकल राजद के विपक्षी दलों से सांठगांठ करने में जुट गए हैं। तेजप्रताप ने शुक्रवार को ट्वीटर के जरिये अपने दिल का दर्द बयां किया और बिना नाम लिये बहन मीसा भारती और मां राबड़ी देवी का नाम स्टार प्रचारक की सूची में नहीं रखने पर दुख जताया।
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ऐ अँधेरे देख ले मुँह तेरा काला हो गया
माँ ने आँखें खोल दीं घर में उजाला हो गया…
मेरा नाम रहता ना रहता मां और दीदी का नाम रहना चाहिए था…
इस गलती के लिए बिहार की महिलाएं कभी माफ नहीं करेगीं,दशहरा में हम मां की ही अराधना करतें हैं ना जी…😭😭 pic.twitter.com/SpfImByK4C— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) October 8, 2021
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तेजप्रताप ने अपने ट्वीट में लिखा कि ‘ऐ अँधेरे देख ले मुँह तेरा काला हो गया, माँ ने आँखें खोल दीं घर में उजाला हो गया… मेरा नाम रहता ना रहता मां और दीदी का नाम रहना चाहिए था… इस गलती के लिए बिहार की महिलाएं कभी माफ नहीं करेगीं, दशहरा में हम मां की ही अराधना करतें हैं ना जी…😭😭’। विदित हो कि राजद और पारिवारिक मतभेद शुरू होने के बाद तेजप्रताप यादव लगातार अपने पिता और राजद के सिद्धांत के विरुद्ध काम कर रहे हैं।
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इससे पहले राजद ने शुक्रवार को अपने विधायक दल की बैठक बुलायी थी। तेजप्रताप यादव ने उस बैठक का बहिष्कार कर दिया। राजद नेताओं से जब तेजप्रताप की गैरमौजूदगी की बात पूछी गयी तो उन्होंने कहा कि वे पटना से बाहर हैं। लेकिन उसी दौरान तेजप्रताप यादव केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस के घऱ आय़ोजित रामविलास पासवान पुण्यतिथि कार्यक्रम में शामिल होने पहुंच गये। ये भी दिलचस्प था कि दो गुटों में बंट चुकी लोजपा में पारस भाजपा-जेडीयू के साथ हैं। उनके कार्यक्रम में इन्हीं दो पार्टियों के नेताओं का जमावड़ा था। लालू से लेकर तेजस्वी यादव स्व. रामविलास पासवान के विरासत की लड़ाई में चिराग पासवान के साथ मुखर होकर खड़े हैं। लालू आज ही दिल्ली में चिराग द्वारा आयोजित रामविलास पासवान के पुण्यतिथि कार्यक्रम में भी शामिल हुए। लेकिन तेजप्रताप यादव अपनी पार्टी औऱ पिता के लाइन के उलट पारस के कार्यक्रम में पहुंच गये।