तंबाकू निषेध के लिए सवेरा में चलाया गया जागरूकता अभियान।
बिहार ब्रेकिंग
विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर सवेरा कैंसर और मल्टीस्पेसलिटी अस्पताल एवं आर एस मेमोरियल कैंसर सोसाइटी ने संयुक्त रूप से तम्बाकू निषेध हेतु जागरूकता अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके तहत प्रख्यात कैंसर सर्जन डॉ वी पी सिंह ने अस्पताल परिसर में परिजनों और मरीजो को तम्बाकू निषेध हेतु जागरूक किया गया।
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इस मौके पर डॉक्टर वी पी सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि तंबाकू से होने वाले कैंसर मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है। सिंह ने आगे कहा की दुनिया भर में आज तंबाकू के सेवन से लगभग 50 लाख लोग हर साल मरते हैं, जबकि यह आंकड़ा भारत में दस लाख से ज्यादा है, जो 2025 तक 25 लाख तक पहुंच जायेगा। भारत में 2.5 करोड़ तंबाकू ग्रसित लोग हैं। इनमें 20 प्रतिशत सिगरेट, 40 प्रतिशत बीड़ी, और 40 प्रतिशत पानी खैनी आदि चबाते हैं। लगभग 55 हजार बच्चे हर साल इसके शिकार हो रहे हैं। हर साल तंबाकू जनित रोगों से 10 लाख लोग मरते हैं, यानी हर घंटे 90 लोगों की मौत की वजह सिर्फ तंबाकू है। उन्होंने बताया कि तंबाकू और इसके धुएं में लगभग 4000 केमिकल पाये गए हैं, जिनमें 60 से अधिक केमिकलों का कैंसर से सीधा रिस्ता है।
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बिहार में लगभग पांच लाख कैंसर रोगी में 60 प्रतिशत तंबाकू जनित हैं। तंबाकू सेवन से पुरूषों में नपुंसकता और महिलाओं में प्रजन्न क्षमता भी कम होती जा रही है। इसलिए तंबाकू के कुप्रभावों से बचने के लिए सवेरा कैंसर एंड मेमोरियल हॉस्पीटल ने आर एस मेमोरियल कैंसर सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में आज जागरुकता अभियान चलाया गया है। इस दौरान डॉ आकाश ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि तंबाकू से दुष्प्रभाव के खिलाफ हमने जो अभियान चलाई है, उसे सफल बनाने में लोग अपना अहम योगदान दें। तभी हम तंबाकू मुक्त समाज बना सकेंगे। साथ ही उन्होंने राज्य सरकार से तंबाकू उत्पाद पर रोक लगाने की सलाह दी और कहा कि आज देश के 15 राज्यों में तंबाकू पूरी तरह से प्रतिबंधित है।
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उन्होंने कहा कि तंबाकू से मुंह, गला, अमाशय, यकृत, फेफड़े का कैंसर तथा हृदय रोग बढ़ जाती है। तंबाकू जनित रोगों में सबसे ज्यादा मामले फेफड़े और रक्त संबंधित रोगों के हैं, जिनका इलाज न केवल महंगा बल्कि जटिल भी है। डॉक्टर सिंह आगे कहते हैं कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान (आईसीएमआर) की रिपोर्ट के हवाले से कहा कि पुरूषों में 50 प्रतिशत और महिलाओं में 25 प्रतिशत कैंसर की वजह तंबाकू हैं। इनमें 90 प्रतिशत में मुंह का कैंसर है। इसलिए राज्य को कैंसर मुक्त बनाने के लिए लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि बिहार की जनता को तंबाकू मुक्ति की ओर बढ़ाया जाय इसी दिशा में यह कदम है। उक्त मौक़े पर डाक्टर वी पी सिंह, डा आर एन सिंह, आरटीएन आर एस सिंह, आरटीएन सुनित चंद्रा, आरटीएन ए के रुंगटा, आरटीएन गोपाल भगत, कैंसर अवेयरनेस सोसाइटी से उमेश कुमार, डाक्टर प्रतीक आनंद, डाक्टर शंकर, डा प्रितांजलि सिंह, डा रवी कुमार, टी पी सिन्हा भी इस अभियान में मौजूद रहें।