
बिहार डेस्कः बिहार के बक्सर जिले के कोरानसराय की एक बस्ती में 2 बच्चों ने भूख से तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। बड़ी विडम्बना है बात गरीबों की होती है, बात विकास की होती है, स्मार्ट सिटी वाले इस देश में बच्चे भूख से दम तोड़ देते हैं। मृतक बच्चों की मां धन्ना देवी कहना है कि दोनों की मौत भूख से हुई है. दो महीने पहले उसके पति को सड़क जाम के आरोप में जेल भेज दिया गया था, जिसके बाद घर की माली हालत खराब हो गई. पति के जेल जाने के बाद घर में बच्चों को खिलाने के लिए कुछ भी नहीं बचा था और इसी कारण उसके दो वर्षीय बेटे गोविंदा और पांच साल की ऐश्वर्या की मौत 26 अगस्त और एक सितंबर को हो गई,लेकिन मामले का खुलासा मौत के एक सप्ताह बाद हुआ. इस मामले को लेकर अब राजद नेता तेजस्वी यादव ने सरकार को घेरा है। तेजस्वी यादव नें एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि-‘सुशासन का ढिंढोरा पीटते व सभी दलों की चैखट पर मत्था टेक कुर्सी पर कुंडली मारे हुए पलटू चाचा को 13 साल हो गये हैं। दो बच्चे भूख से मर गए लेकिन छुपासन बाबू पूर्णतः चुप। कोई संवेदना और शोक संदेश नहीं। चाचा, शासन चला रहे हैं या सर्कस? सुबह आईने में खुद से साक्षात्कार होता है कि नहीं?
मंत्री ने कहा भूख से नहीं मरे बच्चे
वहीं इस पूरे मामले पर बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार का एक अजीबो-गरीब बयान सामने आया है। एक न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए श्रवण कुमार ने कहा कि अगर दो बच्चों की भूख से मौत हुई तो यह आंकड़ा 20 भी हो सकता था या फिर परिवार के दूसरे लोगों की मौत भूख से होती? मैंने स्थानीय ब्लाॅक डेवलपमेंट आॅफिसर से बात की है उनके पास मेडिकल रिपोर्ट है, बच्चों की मौत भूख से नहीं हुई है।
