
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मैथिली के प्रख्यात साहित्यकार डाॅ. रामदेव झा के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि डाॅ. रामदेव झा का निधन मिथिला एवं मैथिली भाषा एवं साहित्य के लिए गहरी क्षति है। उनकी मूल कृति ‘पसीझैत पाथर’ नाट्य संग्रह के लिए वर्ष 1991 में उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया था।

50 से अधिक पुस्तकों के रचयिता डाॅ. रामदेव झा राष्ट्रपति पुरस्कार से भी सम्मानित थे। उनके निधन से साहित्य जगत में अपूरणनीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।