
कल राज्यपाल कोटे से होने वाले 12 विधानपार्षदों का मनोनयन हो गया है। मनोनयन के बाद न सिर्फ बीजेपी-जेडीयू के सहयोगी नाराज हैं बल्कि जेडीयू के अंदरखाने भी कलह सुलगी हुई है। पहले जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने अपना दर्द बयां किया और अब पूर्व डीजीपी और जेडीयू नेता गुप्तेश्वर पांडेय ने भी अपना दर्द बयां किया है।

मीडिया से बात करते हुए बिहार के पूर्व डीजीपी ने कहा कि अभी वह सभी मसलों को देख रहे हैं और जल्द ही कोई बड़ा निर्णय लेंगे.बता दें कि अपने कार्यकाल के 6 महीने पहले ही वीआरएस लेकर गुप्तेश्वर पांडेय जदयू में शामिल हो गए थे. जिसके बाद ये उम्मीद जताई जा रही थी कि पार्टी उन्हें विधानसभा में टिकट देगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जिसके बाद यह उम्मीद जताई जा रही थी कि पार्टी उन्हें एमएलसी बना सकती है. लेकिन इस बार भी पार्टी ने उन्हें जगह नहीं दी.