
कल से बिहार की राजनीति बदल गयी है। राजनीति का समीकरण बदल गया है। उपेन्द्र कुशवाहा नीतीश के साथ आ गये हैं। जेडीयू में रालोसपा के विलय पर लगातार रिएक्शन सामने आ रहे हैं। आज बीजेपी के पूर्व सांसद आरके सिन्हा ने इस विलय को बिहार की जनता और एनडीए के लिए शुभ संकेत बताया है।पूर्व राज्य सभा सांसद आर.के.सिन्हा ने कहा कि बिहार में कुशवाहा समाज के प्रतिष्ठित नेता उपेंद्र कुशवाहा हैं। बीते दिनों किसी कारण से वे एनडीए गठबंधन से अलग हुए थे जिससे एनडीए थोड़ी कमजोर हुई थी।

उन्होंने इस बात को भी स्वीकार किया है कि बिहार की जनता ने पिछले चुनाव में जो निर्णय दिये उससे उनका मोह भंग हुआ और वे इस बात को समझ गये हैं कि जनता ने यह स्पष्ट संकेत किया है कि उन्हें कहां रहना चाहिए I उपेंद्र कुशवाहा अब नीतीश कुमार के साथ ही राजनीति करेंगे। यह अच्छा शुभ संकेत है। नीतीश कुमार जी ने भी बहुत उदारतापूर्वक उन्हें जनता दल यूनाईटेड संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाया है। आर.के.सिन्हा ने यह भी कहा कि यह बिहार के राजनीति के लिए लाभकारी होगा और विकास की ओर बिहार को ले जाएगा।