बिहार डेस्कः राजद नेता तेजस्वी यादव ने आज बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि कमंडल वाले लोगों को वैचारिक रूप से खत्म कर देना चाहिए। जो लोग नागपुर में तिरंगा नहीं फहराते वे देशभक्ति का सर्टिफिकेट बांटते हैं। तेजस्वी यादव दिल्ली के कंस्टीच्यूशन क्लब में ‘समकालीन राजनीति में युवाओं की भूमिका’ विषय पर आयेाजित एक सेमिनार को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि 2019 की लड़ाई गांधी बनाम गोडसे की होगी देखना होगा किसमें कितनी ताकत है। अपने संबोधन के दौरान तेजस्वी ने जदयू के उस बयान पर भी पलटवार किया जिसमें कहा गया था कि तेजस्वी यादव को कोर्ट-कचहरी से फुर्सत नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि मुझे कोर्ट कचहरी से फुर्सत मिली तो राजद जेएनयू और डीयू छात्र संघ का चुनाव लड़ेगा।हम रोहित नेमुला को सामाजिक न्याय की लड़ाई का चेहरा बना कर संघर्ष करेंगे। राजद अपने हर कार्यक्रम में रोहित वेमुला को याद करता है।तेजस्वी यादव ने मोदी सरकार और नीतीश सरकार पर जम कर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जो नागपुर में तिरंगा नहीं फहराता वो हमें देशभक्ति का पाठ पढ़ा रहा है। संविधान खतरे में है। अगर हम लोगों से छोड़ी भी चूक हुई तो देश एक बार फिर गलत हाथों में चला जाएगा।तेजस्वी ने रलवे टेंडर घोटला में अपने ऊपर लगे आरोपों पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि जब मेरी उम्र 13-14 साल की थी तब मैं रेलवे घोटला कर रहा था। अगर मैं भ्रष्टाचारी था तो 18 महीने डिप्टी सीएम रहने और तीन-तीन विभागों का मंत्री रहने के दौरान क्यों नहीं कुछ किया ?