बिहार डेस्कः राजद विधायक सह प्रदेश प्रवक्ता डाॅ0 रामानुज प्रसाद एवं राष्ट्रीय परिषद सदस्य भाई अरूण कुमार ने एक संयुक्त पे्रस बयान जारी कर देश में लगातार पेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस की कीमतों में हुई अप्रत्याशित वृद्धि पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार के गलत आर्थिक नीतियों के कारण अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड आयल की कीमत कम होने के बावजूद पेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस की कीमतें अपने रिकार्ड स्तर पर पहुंच गई है। 2014 के चुनाव में नरेन्द्र मोदी ने अपने चुनावी भाषण में कहा था कि हमारी सरकारी बनी तो पेट्रोल 45 एवं डीजल 35 रूपये लीटर बिकेगी परन्तु हुआ उल्टा। उस समय जब मनमोहन सिंह की सरकार थी तो क्रूड आॅयल की कीमत अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में 128 डाॅलर प्रति बैरल थी और पेट्रोल की कीमत पेट्रोल पंप पर 63.86 रूपये थी परन्तु आज अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड आॅयल की कीमत 78 रूपये प्रति डाॅलर है फिर भी पेट्रोल का कीमत 86.56 रूपये प्रति लीटर है। केन्द्र सरकार श्रीलंका, बांगलादेश समेत सात देशों को पेट्रोल 36 रूपये प्रति लीटर के हिसाब से निर्यात करती है और देश के लोगों को 86.56 रूपये प्रति लीटर की हिसाब से बेचती है। सरकार उत्पाद शुल्क के बहाने पूरे देश की जनता की गाढ़ी कमाई को लूटने का काम कर रही है। वहीं बिहार की जनता महंगाई की दोहरी मार झेल रही है। महाराष्ट्र को छोड़कर पूरे देश में सबसे ज्यादा वैट पेट्रोलियम पदार्थों पर बिहार सरकार वसुल रही है जिसके कारण ही पूरे देश में बिहार ही एक ऐसा राज्य है जहां पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत अन्य राज्यों की अपेक्षा ज्यादा है। राज्य सरकार को चाहिए कि अविलंब जनता को राहत देने के लिए वैट कम करे।उपरोक्त नेताओं ने केन्द्र सरकार से मांग किया है कि जिस प्रकार सभी आवश्यक वस्तुओं को जीएसटी की अन्तर्गत लाकर मोटी कमाई कर रही है तो उसी तरह पेट्रोलियम पदार्थों पर भी जीएसटी लगाकर आम जनता को राहत प्रदान करें