वर्ष 2020 का इस दौर में बिहार के लोग कुदरत की दोहरी मार झेल रहे हैं। एक तरफ बिहार में कोरोना का कहर जोरों पर है तो दूसरी तरफ बाढ़ से लोग परेशान हो रहे हैं। वहीं एक और कुदरती कहर लोगों के सर पर मंडरा रही है। मौसम विभाग ने बिहार में अगले सात दिनों तक बारिश और बज्रपात की आशंका जाहिर की है। मौसम विभाग के अनुसार नेपाल के तराई क्षेत्र और उत्तर-पूर्वी बिहार में बसे जिलों जिनमें सुपौल, अररिया, सहरसा, मधुबनी, पूर्णिया, किशनगंज, मधेपुरा, सीतामढ़ी, दरभंगा, समस्तीपुर, और कटिहार में मूसलाधार बारिश के साथ ही आकाशीय बिजली भी गिर सकती है।
हमसे यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर और टेलीग्राम पर यहां क्लिक कर जुड़ें
मौसम विभाग ने लोगों से बारिश और वज्रपात को लेकर सावधानी और सुरक्षा बरतने की अपील की है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक पिछले 24 घंटे में उत्तर बिहार के कई इलाकों में मध्यम से तेज बारिश भी हुई है। किशनगंज और सुपौल में भारी बारिश से जनजीवन पर असर पड़ा है। मौसम विभाग ने लोगों से वज्रपात से बचने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग के इंद्र वज्र मोबाइल ऐप की मदद लेने की भी अपील की है।
हमसे यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर और टेलीग्राम पर यहां क्लिक कर जुड़ें
वहीं पूर्णिया में मौसम विभाग के अनुमान ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। जानकारी के मुताबिक पूर्णिया में बज्रपात के कारण एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। घटना पूर्णिया के धमदाहा थाना क्षेत्र के सिंघाड़ापट्टी गांव की बताई जाती है। बारिश के दौरान इस तरीके से बिजली गिरी की पूरे परिवार को संभालने तक का मौका नहीं मिला। बिजली गिरने की इस घटना में कैलाश मंडल उनके पुत्र दिलखुश कुमार और बहू निभा देवी की मौत हो गई है। एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत से पूरे गांव में मातम का माहौल है। शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा जा रहा है।