पटना। राष्ट्रवादी जन कांग्रेस (राजकां) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ई. शम्भूनाथ सिन्हा ने कहा कि संविधान में समानता का अधिकार है, इस दृष्टिकोण से यदि आरक्षण की व्यवस्था है तो इसका लाभ सभी गरीबों एवं समुदाय के लोगों को समान रूप से मिलना चाहिए। इसके लिए आवश्यक है कि आरक्षण का आधार जातिगत न होकर गरीबी हो।सिन्हा शुक्रवार को पटना स्थित भारत सेवक समाज सभागार में राष्ट्रीय जन कांग्रेस के राष्ट्रीय एवं प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब तक इस देश में जाति के आधार पर आरक्षण की व्यवस्था रहेगी तब तक समाज से जात-पात को खत्म नहीं किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि देश के विकास के लिए भी मेधा को आरक्षण के नाम पर कुचलने के खिलाफ देशभर में चर्चाएं एवं आक्रोश शुरू हो चुका है। वोट की राजनीति के चक्कर में इस देश के कुछ चुने हुए पूंजीपति नहीं चाहते हैं कि 70 वर्षों के आरक्षण की आड़ में मुट्ठीभर समपन्न लोगों के हाथों में गरीबों की हकमारी हो रही है। इसका कोई समाधान निकले।पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष रविनंदन सहाय ने कहा कि जाति नहीं गरीबी के आधार पर आरक्षण राष्ट्रवादी जन कांग्रेस का मूल संकल्प है। इस आंदोलन को और मजबूत करने के लिए आज बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय किया गया।पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव डॉ. श्यामनंदन शर्मा ने कहा कि पार्टी इस आंदोलन को ग्रामीण स्तर तक ले जाने के लिए जोरदार अभियान चलायेगी। इसके अंतर्गत पहले चरण में एक सितंबर से 15 दिसंबर तक जिला मुख्यालयों में धरना का आयोजन करने का निर्णय लिया गया। दूसरे चरण में आगामी 30 सितंबर को पटना में एक विशाल राजभवन मार्च कर महामहिम राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा जाएगा।बैठक को पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुदामा पांडेय, सैयद मुख्तार हुसैन, ब्रजेश कुमार अकेला, डॉ. संजय कुमार, अशोक कुमार सिंह, दिलीप पासवान, विपिन कुमार, प्रदेश पदाधिकारी, सर्वश्री रामाशंकर प्र. सिंह, अमरेंद्र कुमार, अर्जुन सिंह, सुधीर कुमार सिंह, उनय कुमार, कमलेश शर्मा, मंजेश शर्मा, सुनील कुमार सिंह, राजकुमार पाठक, दिलीप यादव, युवा अध्यक्ष नवलेश कुमार श्रीवास्तव, अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार चौहान, संजीत कुमार केसरी, राजेश कुमार सिंह, सुधांशु शेखर सहित विभिन्न जिलों के अध्यक्षों ने भी संबोधित किया।