एक तरफ जहां बिहार सरकार हर गली में सड़क निर्माण करवाने की बात कहते है तो वही दूसरी तरफ सात निश्चय योजना बस कागजी विकास तक ही दिखता है। इसी दंस को झेल रहे है बागवन पंचायत के हरिसिंह गांव के लोग जहां दर्जनों कच्ची सड़क अब भी अपने विकास के लिए बाट जोह रहा है। सड़क ना होने के कारण इस गाँव के युवक व युवतियों की शादी के लिए रिश्तेदारी करने से लोग आना कानी करते है। ग्रामीणों का कहना है की जब भी गाँव में बारात आता है और बारिश हो जाती है तो उनके स्वागत, बिठाने, खिलाने में काफी फजीहत का सामना करना पड़ता है। गाँव के ही राम दयाल महतो, अजीत महतो, राम लखन महतो, तारा देवी, ललिता देवी, सावित्री देवी, अमरजीत कुमार, बबीता देवी दर्जनों सहित ग्रामीणों ने बताया कि जब भी उनके गांव में बारात आता है तो कच्ची व जर्जर सड़क होने के कारण करीब आधा किलोमीटर दूर बारात की गाड़ियों को रोक दूल्हे को पैदल चलकर वैवाहिक स्थल पर ले जाना पड़ता है। जिससे उनके गांव आये बाराती उन्हें काफी भला बुरा बोलते है। वही प्रसव के लिए गाड़ियों का भी गाँव मे आना काफी कठिन होता है जिससे महिलाओं समेत प्रसूति महिलाओं को भारी फजीहत का सामना करना पड़ता है।
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पंचायत के वार्ड सदस्य, वार्ड सचिव, पूर्व पंसस ने पंचायत के मुखिया रामप्रयाग राय पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा की उनके द्वारा दो गली पक्की सड़को के लिए बोला गया लेकिन मुखिया के द्वारा मनमाने तरीके से जहाँ उन्हें ज्यादा कमिसन बन सके उस इलाके का सड़क का निविदा निकालते है। जबकि वार्ड क्रियान्वयन समिति को दरकिनार किया जाता है। उन्होंने बताया कि पंचायत के वार्ड 6 बारिश के मौसम में सड़क कच्ची सड़क पर डूबा रहता बाद में काफी दिनों तक यहां जलजमाव की स्थिति रहती जिससे महामारी फैलने का डर हमेसा बना रहता है। वार्ड सदस्य, वार्ड सचिव ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री बिहार, डीएम, डीडीसी, एसडीएम से की है। वही पंचायत के मुखिया ने आरोपो को बेबुनियाद बताते हुए इसे राजनीतिक बताया है।