बिहार ब्रेकिंग-रवि शंकर शर्मा-मुंगेर
मुंगेर में हुई दोहरे हत्याकांड का खुलासा कर लिया गया है। इसमे चार अपराधी गिरफ्तार हुये हैं। एसपी लिपि सिंह ने बताया कि बलात्कार के बाद महिलाओं की हत्या हुई थी। घटना के महज 12 घंटे के अंदर पुलिस ने किया पूरे मामले का उद्भेदन। इस घटना में मृतका के पति का बहनोई ही डबल मर्डर का मास्टरमाइंड निकला।
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घटना के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं-
अपराधियों की सरहज पर थी गलत निगाह। घटना के बाद महिलाओं के घर जेवरातों की हुई थी चोरी।
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चोरी के सभी सामान बरामद
दरअसल मुफस्सिल थाना अंतर्गत मिर्जापुर बरदह गांव में मां और बेटी की हत्या के मामले में चार अपराधियों को मुंगेर पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना का कारण पूर्व का आपसी विवाद तथा महिला पर आरोपी की बुरी निगाह थी। घटना में शामिल सभी चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा घटना को अंजाम देने के बाद घर से चुराए गए जेवरातों को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। मुंगेर पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने बताया कि मुफस्सिल थाना अंतर्गत मिर्जापुर बरदह गांव में 2 महिलाओं की हत्या कर दी गई थी। ईंट से कूच कर महिला और उनकी बेटी की हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड को अंजाम देने वाले मोहम्मद जियाउल, मोहम्मद नसरुल उर्फ कारू, मोहम्मद तनवीर उर्फ तन्नु और मोहम्मद को गिरफ्तार कर लिया गया है। मोहम्मद फुलो घटना के मुख्य आरोपी मोहम्मद जियाउल का भांजा है। घटना के संबंध में गिरफ्तार अपराधियों ने स्वीकार किया है कि जियाउल के कहने पर ही तीनों आरोपी फुलो, नसरुल और तनवीर मृतका के घर गए थे तथा दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने के बाद बेटी की हत्या कर दी। बेटी के साथ दुष्कर्म की घटना को उसकी मां ने देख लिया था तथा उसकी भी हत्या आरोपियों द्वारा कर दी गई। मृतका का पति फिलहाल आर्म्स एक्ट के मामले में जेल में बंद है तथा उसके जेल जाने के बाद जियाउल की बुरी नजर अपने साले की पत्नी पर थी और बार-बार वह उस पर दबाव बना रहा था। घटना से दो दिन पहले भी उसके साथ गलत हरकत की गई थी। आजिज़ आकर मां बेटी ने मुखिया, सरपंच तथा रिश्तेदारों से शिकायत करने की चेतावनी दी थी। इसी से खार खाने के बाद हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है। पुलिस अनुसंधान के क्रम में यह बात भी प्रकाश में आई थी कि जिया उल के बेटे पिंटू की मौत 5 साल पहले नदी में डूबने से हो गई थी। जियाउल को शक था कि उसके साले ने उसके बेटे को डुबा दिया था। इस बात की खुन्नस भी वह मन में रखे हुए था लेकिन उसके बाहर रहने के कारण वह कुछ कर पाने की स्थिति में नहीं था। असलम के जेल जाने के बाद जियाउल ने असलम की पत्नी पर बुरी निगाह रखनी शुरू कर दी थी। घटना की रात जियाउल तीन लोगों के साथ घर में गया था तथा घटना के समय वह भी मौजूद था। उसके सामने ही तीनों युवकों ने मृतका के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया और बाद में फिर उसकी हत्या कर दी।
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वैज्ञानिक साक्ष्यों का पुलिस ने किया संकलन, ट्रायल में मिलेगी मदद
घटना के बाद डॉग स्क्वायड को बुलाया गया था। मुंगेर पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने बताया कि डॉग स्क्वायड की मदद से पुलिस जियाउल के घर तक गई। जियाउल के घर से एक जींस पैंट बरामद हुआ, जिस पर खून के निशान थे। जींस पैंट पर मौजूद खून के धब्बे का नमूना एकत्र कर जांच के लिए भेजा गया है। एफएसएल की टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है तथा कई सैंपल इकट्ठा किए हैं। दो ईंटों का प्रयोग हत्या में हुआ था। उन दोनों ईंटों को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है तथा उन पर मौजूद खून के धब्बों के सैंपल एकत्र किए गए हैं तथा ईंट पर मौजूद खून के धब्बों की फोरेंसिक जांच कराई जा रही है। घटना के मुख्य आरोपी जियाउल के घर से भी खून के निशान मिले हैं। फर्श पर मौजूद खून के निशान के सैंपल को भी एकत्र किया गया है। मुंगेर पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने बताया कि घटना में मृतका के घर से चोरी किए गए कंगन, कान की बाली, अंगूठी और 2500 नगद रुपयों को मो फुलो के घर से बरामद किया गया है। सभी अपराधियों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। घटना को अंजाम देने वाले मोहम्मद फुलो ने स्वीकार किया है कि उसके मामा जियाउल ने इसकी पूरी साजिश रची थी और वही तीनों को लेकर घर में गया था। जियाउल के कहने पर ही तीनों ने पहले मृतका के साथ दुष्कर्म किया और फिर बाद में उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शवों को नदी में फेंकने की भी साजिश रची गई थी तथा खून के धब्बों को धोने की भी कोशिश इनके द्वारा की गई थी लेकिन बच्चे के रोने के बाद सभी आरोपी वहां से भाग निकले थे। जाते समय घर से जेवरातों की चोरी हो गई थी।
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12 घंटे के अंदर पुलिस ने किया पूरे मामले का उद्भेदन
दोहरे हत्याकांड की नृशंस घटना के बाद मुंगेर पुलिस ने 12 घंटे के अंदर पूरे मामले का उद्भेदन कर दिया। घटना की जानकारी मिलने के बाद मुंगेर पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह खुद घटनास्थल पर गई थी। उन्होंने घटनास्थल और मुफस्सिल थाना में कैंप कर अपनी निगरानी में मामले का अनुसंधान शुरू कराया। पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में अपर पुलिस अधीक्षक सह अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी हरिशंकर कुमार, मुफस्सिल थानाध्यक्ष ब्रजेश कुमार सिंह, कासिम बाजार थानाध्यक्ष शैलेश कुमार, नया रामनगर थाना अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह तथा जिला आसूचना इकाई की टीम बनाई गई थी। मुंगेर पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने बताया कि घटना के बाद पुलिस ने मामले का अनुसंधान शुरू किया और 12 घंटे के अंदर न सिर्फ सभी अपराधियों की गिरफ्तारी की गई बल्कि हत्या के बाद घर से चुराए गए सभी जेवरात व नगद रूपए को बरामद भी कर लिया गया। सभी अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।