बेगूसराय में बढ़ते आपराधिक मामले एवं शराब माफियाओं की सक्रियता पर बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और बछवाड़ा के कांग्रेस विधायक रामदेव राय प्रशासन पर जम कर बरसे। विधायक ने कहा कि बछवाड़ा में लॉ एंड ऑर्डर बिलकुल खत्म हो चूका है और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठी है। थानाक्षेत्र के चमथा दियारे में कम से कम दस किसानों की हत्या हो चुकी है लेकिन पुलिस की वाहन अब तक गिरफ्तारी के लिए नहीं जा सकी है। हत्या होती है, पुलिस एफआईआर दर्ज करती है और केस बंद हो जाती है। एक भी मामले में किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है अब तक और न ही अपराधियों की गिरफ्तारी होती है। दियारे इलाके में अब तक जितनी भी हत्याएं हुई हैं, एक भी अपराधी नहीं हैं, सब के सब किसानों की हत्या हुई है और पुलिस कुछ नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि चमथा दियारे में हुई हत्याओं के मामले में एसपी मामला दर्ज करवाते हैं और थानाध्यक्ष उसे ठंडे बसते में डाल देते हैं।
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बछवाड़ा में बिगड़ते लॉ एंड ऑर्डर के लिए विधायक ने बछवाड़ा थानाध्यक्ष समेत हर लोगों को जिम्मेवार ठहराते हुए कहा कि हम सबकी गलती है, यहाँ तक कि मैं खुद गलत हूं। अगर सब लोग एक जुट हों तो बछवाड़ा में लॉ एंड ऑर्डर एक बार फिर से वापस ठीक हो जायेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि विगत दिनों चमथा में ग्रामीणों के द्वारा कालाबाजारी के लिए ले जा रहे चावल को पकड़ा और वह रातों रात छुट गया। साथ ही विधायक थानाक्षेत्र में शराब माफियाओं की सक्रियता को लेकर भी प्रशासन पर बरसे। उन्होंने कहा कि मैं इस सभी केस को विधानसभा में उठाने वाला था लेकिन विधानसभा की कार्रवाही बंद हो गई अन्यथा यह मामला रंग लाता। वहीँ उन्होंने विगत दिनों थानाक्षेत्र के रानी-एक पंचायत के धर्मपुर गांव में टेम्पू पर बरामद शराब मामले में भी उन्होंने थानाध्यक्ष पर सवाल उठाते हुए कहा कि बछवाड़ा आज के दिनों में जिला भर में शराब माफियाओं का हब बन गया है।
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पहले बछवाड़ा के दारोगा शराब के खिलाफ थे लेकिन अब वे इन सबके साथ मिल गये हैं। अभी लॉक डाउन के दौरान एसडीओ को भी पॉवर नहीं है कि वे किसी टेम्पू को चलाने का परमिशन दें लेकिन एक मुखिया परमिशन दे रहे हैं और उस टेम्पू से शराब पकड़ी जा रही है, बावजूद इसके अब तक किसी को यह तक पता नहीं चल पा रहा है कि मामले में कुछ एफआईआर भी हुआ या नहीं, लेकिन हम भी जिद्दी हैं, जीते जी जान नहीं छोड़ेंगे। भले हमें मरना पड़े। उन्होंने इन सभी मामलो को लेकर बछवाड़ा थाना की पुलिस के रवैये पर ऊँगली उठाते हुए साफ शब्दों में कहा कि मैं डीएम से मिल कर इन मुद्दों पर बात कर उचित कार्रवाई करने की मांग करूंगा, अगर डीएम ने कार्रवाई की तो ठीक है वरना मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने धरना पर बैठूँगा। उन्होंने कहा कि बछवाड़ा के लोग और प्रशासन बस एक बात दिमाग में बैठा कर चल रही है कि विधायक को चुनाव में हराना है लेकिन मैं भी जिद्दी हूं, भले ही चुनाव हार जाऊं, या फिर मेरी जान चली जाये मैं कार्रवाई के लिए लडूंगा। जब तक कर`उचित कार्रवाई नहीं हो जाती है मैं डीएम से लेकर सीएम तक लड़ाई लडूंगा। मैं इस लड़ाई में आमरण अनशन भी करने को तैयार हूं।