रोजी रोटी कमाने के लिये बिहार से बाहर गये प्रवासी मजदूरों को लॉक डाउन की वजह से हो रही परेशानियों और उनके बिहार वापसी को देखते हुए राज्य सरकार मजदूरों को बिहार में रोजगार देने के लिये अपनी प्रतिबद्धता दिखाने में जुट गई है। एक तरफ जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देशानुसार मजदूरों को स्किल के हिसाब से उनके घर के आसपास ही सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत रोजगार दिया जाने लगा है वहीं प्रवासी मजदूरों की वापसी की संख्या देखते हुए बिहार सरकार ने बिहार में नए उद्यम को भी आमंत्रित करना शुरू कर दिया है।
हमसे यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर और टेलीग्राम पर यहां क्लिक कर जुड़ें
शुक्रवार को बिहार के उद्योग मंत्री श्याम रजक ने खाद्य प्रसंस्करण, केमिकल समेत अन्य क्षेत्रों के चौबीस उद्यमियों को पत्र लिख बिहार में निवेश करने के लिये आमंत्रित किया। उद्योग मंत्री ने उद्यमियों को बिहार में निवेश के कई फायदे भी बताए। उन्होंने अपने लिखे पत्र में बिहार में हर स्तर के कामगारों की उपलब्धता, पूर्वी भारत समेत नेपाल, भूटान, बांग्लादेश आदि को निर्यात में आसानी इत्यादि का हवाला देते हुए निवेश करने का आग्रह किया। साथ ही उन्होंने उद्यमियों को बिहार में विश्व प्रसिद्ध कंपनी एमएनसीजीई के द्वारा चलित रेल इंजन कारखाना समेत पेप्सी, कोक, आईटीसी, ब्रिटानिया, डालमिया और अल्ट्राटेक सीमेंट समेत अन्य प्रसिद्ध और बड़ी कंपनियों के प्लांट का हवाला देते हुए निवेश के लिए आमंत्रित किया।
हमसे यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर और टेलीग्राम पर यहां क्लिक कर जुड़ें
आपको बता दें कि उद्योग विभाग ने श्रम साधन पोर्टल तैयार किया है जिसमें सभी प्रकार के श्रमिकों जैसे कुशल, अर्द्धकुशल, अकुशल एवं कामगार का डाटा वेस तैयार किया जा रहा है। इस पोर्टल से श्रमिकों के मांग एवं आपूर्ति को जोड़ा जा रहा है। श्याम रजक ने कहा कि बिहार में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र, हेल्थकेयर, कृषि उपकरण निर्माण, आईटी / आईटीज, उर्जा, रसायण उद्योग, चमड़ा उद्योग, टेक्सटाईल उद्योग आदि में निवेश की पूरी संभावनाएं हैं।